Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को बायसरन घाटी में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग शहीद हुए, ने भारत को कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया है।
हमले के बाद 23 अप्रैल को PM मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की ढाई घंटे की बैठक हुई, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ अभूतपूर्व निर्णय लिए गए।
विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि भारत ने सिंधु जल समझौता (IWT) समाप्त कर दिया है, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए गए हैं, और उन्हें 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
इसके अलावा, भारत में पाकिस्तानी दूतावास और अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट बंद करने का फैसला लिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह, श्रीनगर और पहलगाम का दौरा कर दिल्ली लौटे, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चेतावनी दी कि “पर्दे के पीछे के लोग बख्शे नहीं जाएंगे।” सेना ने उरी में भारत-पाकिस्तान सीमा पर दो आतंकियों को मार गिराया, और जम्मू-कश्मीर में 1,500 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ चल रही है।
CCS बैठक और बड़े फैसले
23 अप्रैल को शाम 6:00 बजे शुरू हुई CCS बैठक में PM मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, NSA अजित डोभाल, और विदेश सचिव विक्रम मिस्री शामिल थे।
सिंधु जल समझौता समाप्त : 1960 का IWT, जो भारत और पाकिस्तान के बीच जल बंटवारे को नियंत्रित करता है, रद्द कर दिया गया।
पाकिस्तानी नागरिकों पर कार्रवाई : भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द, और उन्हें 25 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश।
पाकिस्तानी दूतावास बंद : दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग और भारत में इसके सभी कार्यालय बंद होंगे।
पाकिस्तानी राजनयिकों का निष्कासन : सभी पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का निर्देश।
अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट बंद : भारत-पाकिस्तान के बीच वैध व्यापार और आवागमन का प्रमुख रास्ता अनिश्चितकाल के लिए बंद।