Jharkhand News: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की विशेष अदालत में सोमवार को नामकुम थाना के दारोगा चंद्रदीप प्रसाद की जमानत याचिका पर आंशिक सुनवाई हुई। रिश्वत लेने के आरोप में जेल में बंद चंद्रदीप को 4 अप्रैल 2025 को ACB रांची की टीम ने 30,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। कोर्ट में सुनवाई के दौरान केस डायरी की मांग की गई, और अगली सुनवाई के लिए 23 मई की तारीख तय की गई। तब तक चंद्रदीप जेल में ही रहेंगे।
दहेज केस मैनेज करने के लिए मांगी थी रिश्वत, ACB ने बिछाया था जाल
ACB को शिकायत मिली थी कि चंद्रदीप प्रसाद दहेज प्रताड़ना के एक केस को मैनेज करने के लिए आशीष कुमार यादव से 30,000 रुपये रिश्वत मांग रहे थे। शिकायत की पुष्टि के बाद ACB ने 4 अप्रैल को नामकुम में जाल बिछाया और चंद्रदीप को रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद से वह बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं। ACB ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।
रांची में भ्रष्ट पुलिसवालों पर ACB की नजर, पहले भी पकड़े गए कई
रांची में ACB की कार्रवाई भ्रष्ट अधिकारियों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। जनवरी 2025 में रांची के खादगढ़ा थाना के एक ASI को 15,000 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया था। 2024 में भी ACB ने हजारीबाग में एक सब-इंस्पेक्टर को 20,000 रुपये रिश्वत लेते अरेस्ट किया था। X पर यूजर्स ने चंद्रदीप केस पर गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा, “पुलिसवाले ही रिश्वत लेंगे, तो जनता भरोसा किस पर करे?” एक यूजर ने सुझाव दिया, “ACB को और सख्ती करनी चाहिए, ऐसे केस में जमानत नहीं मिलनी चाहिए।”