Lifestyle News: भारतीय रसोई में काला चना एक सुपरफूड के रूप में मशहूर है, जो प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है। यह वजन घटाने, पाचन सुधारने और ब्लड शुगर नियंत्रित करने में मदद करता है। लेकिन सवाल यह है कि सुबह खाली पेट उबले हुए काले चने खाएं या भुने हुए? हमने इस पर विशेषज्ञों से बात की।
उबले चने के फायदे
आयुर्वेदिक विशेषज्ञ के अनुसार, सुबह खाली पेट उबले हुए काले चने खाना पाचन तंत्र के लिए सर्वोत्तम है। रातभर भिगोने और उबालने से चनों में मौजूद एंटी-न्यूट्रिएंट्स कम हो जाते हैं, जिससे शरीर पोषक तत्वों को बेहतर अवशोषित करता है।
यह फाइबर से भरपूर होता है, जो कब्ज और गैस की समस्या को कम करता है और ब्लड शुगर को स्थिर रखता है। डॉ. शर्मा सलाह देते हैं कि रातभर भिगोए चनों को सुबह हल्का उबालकर, थोड़ा नमक या जीरा डालकर खाना चाहिए।
भुने चने के फायदे
पोषण विशेषज्ञ डॉ. प्रिया मिश्रा कहती हैं कि भुने चने खाने में सुविधाजनक और तुरंत ऊर्जा देने वाले होते हैं। इनका क्रंची स्वाद संतुष्टि देता है, जो वजन नियंत्रण में मदद कर सकता है।
हालांकि, भूनने की प्रक्रिया में कुछ पोषक तत्व कम हो सकते हैं, और अगर तेल का अधिक उपयोग हो तो यह पेट के लिए भारी पड़ सकता है। डॉ. मिश्रा सुझाव देती हैं कि भुने चने को मॉडरेशन में, खासकर दिन के समय या नाश्ते के रूप में लिया जाए।
कौन सा बेहतर?
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप पाचन और पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण को प्राथमिकता देते हैं, तो सुबह खाली पेट उबले चने खाना ज्यादा फायदेमंद है। वहीं, भुने चने को दोपहर के नाश्ते या हल्की भूख के लिए चुना जा सकता है।
सावधानियां
दोनों रूपों में काले चने फायदेमंद हैं, लेकिन गैस, गाउट, या किडनी स्टोन की समस्या वाले लोगों को इसे खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अधिक मात्रा में भुने चने खाने से पेट में जलन हो सकती है।