Google removed 77 dangerous apps: Google ने हाल ही में अपने Play Store से 77 हानिकारक ऐप्स को हटा दिया है, लेकिन यह डिजिटल सफाई (Digital Cleanup) की सिर्फ शुरुआत है। Surfshark और Google की ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले एक साल में 40 लाख ऐप्स हटाए गए, यानी औसतन हर दिन 11,000 ऐप्स डिलीट हुए।
इनमें से आधे से ज्यादा ऐप्स डेटा प्रोटेक्शन और प्राइवेसी नियमों (Data Privacy Violations) के उल्लंघन के कारण हटाए गए।
Google के नियम हुए सख्त
Google ने 2024 में डेवलपर नियमों को और सख्त किया, जिसके चलते Play Store से लगभग आधे ऐप्स हटा दिए गए। साथ ही, 1.55 लाख से ज्यादा डेवलपर अकाउंट्स ब्लॉक (Blocked Developer Accounts) किए गए।
अब केवल वही डेवलपर्स ऐप्स को Play Store या साइडलोडिंग के जरिए उपलब्ध करा सकेंगे, जिनकी पहचान वेरीफाई (Verified Identity) होगी। यह कदम मैलवेयर और फ्रॉड से यूजर्स को बचाने के लिए उठाया गया है।
आपके फोन पर क्या असर?
Play Store से हटाए गए ऐप्स का मतलब है कि उन्होंने Google के नियम तोड़े हैं। ये ऐप्स आपके फोन से अपने आप डिलीट नहीं होंगे, लेकिन आप उन्हें अपडेट (Update) नहीं कर पाएंगे।
अगर कोई ऐप खतरनाक साबित होता है, तो Google का Play Protect फीचर अलर्ट देगा और उसे अनइंस्टॉल (Uninstall) करने की सलाह देगा। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि पुराने और संदिग्ध ऐप्स को तुरंत हटा देना चाहिए।
यूजर्स के लिए चेतावनी
Surfshark ने कहा कि ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी परमिशन (Permissions), यूजर रिव्यू (User Reviews) और डेवलपर की विश्वसनीयता (Developer Credibility) जरूर जांचें। कंपनी ने इसे डिजिटल सफाई का नाम दिया, लेकिन चेताया कि इससे यूजर्स को झूठी सुरक्षा (False Sense of Security) की भावना नहीं पालनी चाहिए।
नया Uninstall बटन जल्द
Google Play Store पर एक नया Uninstall बटन टेस्ट किया जा रहा है, जिससे यूजर्स सीधे ऐप पेज से ऐप डिलीट कर सकेंगे। अभी तक “Manage Apps & Devices” सेक्शन में जाकर ऐप्स हटाने पड़ते हैं। यह फीचर यूजर्स की सुविधा बढ़ाएगा।
Anatsa Malware का खतरा
Zscaler की ThreatLabz टीम ने खुलासा किया कि Anatsa मैलवेयर के नए वेरिएंट ने दुनिया भर के 831 से ज्यादा फाइनेंशियल संस्थानों (Financial Institutions) को निशाना बनाया।
इन 77 हटाए गए ऐप्स में यह मैलवेयर छिपा था, जिन्हें 1.9 करोड़ बार इंस्टॉल किया जा चुका था। ये ऐप्स PDF और QR कोड रीडर के रूप में डिस्गाइज थे, जो यूजर्स के डेटा और बैंक डिटेल्स चुराते थे।