RIMS News: रिम्स की सबसे पुरानी और बड़ी समस्या अब खत्म होने वाली है। न्यूरो सर्जरी विभाग में अब मरीजों को जमीन पर लेटकर इलाज कराने की परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी।
अगले दो हफ्तों में RIMS का तीसरा फ्लोर पूरी तरह न्यूरो सर्जरी विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा। फिलहाल तीसरे फ्लोर पर Eye और Neuro दोनों विभाग चल रहे हैं।
Eye और ENT विभाग नए भवन में शिफ्ट होंगे
रिजनल ऑप्थैलमिक सेंटर तैयार हो चुका है। अब यहां आई विभाग के साथ ENT विभाग को भी शिफ्ट कर दिया जाएगा। इस शिफ्टिंग के बाद तीसरे फ्लोर के सभी बेड और ऑपरेशन थिएटर सिर्फ न्यूरो सर्जरी को मिल जाएंगे।
इससे मरीजों को अब बेड की कमी नहीं होगी और जमीन पर भर्ती होने की मजबूरी खत्म हो जाएगी। अभी रिम्स में 100 से ज्यादा मरीज जमीन पर इलाज कराने को मजबूर हैं।
निजी अस्पतालों में महंगा इलाज, इसलिए RIMS में भीड़
रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में हमेशा 200–250 मरीज भर्ती रहते हैं।
सबसे बड़ी वजह यह है कि निजी अस्पतालों में न्यूरो सर्जरी का इलाज बेहद महंगा होता है।
औसतन खर्च: लगभग 3 लाख रुपये
अधिकतम खर्च: 10 लाख रुपये या उससे भी ज्यादा
वहीं RIMS में यही इलाज फ्री या बहुत कम खर्च में हो जाता है। इस वजह से कम और मध्यम आय वाले परिवारों के मरीज यहां भर्ती होते हैं।




