Ahmedabad Plane crash: अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (AI171) के पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल समेत 241 लोगों की जान चली गई।
इस त्रासदी में सिर्फ एक यात्री, ब्रिटिश मूल के भारतीय विशवश कुमार रमेश, जो सीट 11A पर बैठे थे, चमत्कारिक रूप से बच निकले।
दुर्घटनास्थल से अब तक 270 शव बरामद किए गए हैं, जिनकी पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए की जा रही है।
सिविल अस्पताल ने एक शव की पहचान पुष्ट होने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया।
अनुभवी पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल का अधूरा वादा
कैप्टन सुमित सभरवाल (60) को 8,200 घंटों से अधिक का उड़ान अनुभव था। वह मुंबई के पवई में अपने 90 वर्षीय पिता के साथ रहते थे और जल्द ही नौकरी छोड़कर उनकी देखभाल करने की योजना बना रहे थे।
उन्होंने अपने पिता से इसके लिए वादा भी किया था, लेकिन नियति ने उन्हें यह मौका नहीं दिया।
सुमित के साथ जूनियर पायलट के रूप में काम कर चुके एयर इंडिया के पूर्व कैप्टन मनमथ राउत्रे ने ‘एएनआई’ को बताया, “मैंने सुमित के साथ 5 साल तक काम किया और उनके अधीन ट्रेनिंग ली।
वह बोइंग-777 जैसे बड़े विमान भी उड़ा चुके थे। इस ड्रीमलाइनर को 11-12 साल से उड़ा रहे थे, जो पिछले 14 सालों से व्यावसायिक उड़ान भर रहा है। सुमित अनुभवी, धैर्यवान और जानकार थे।
उनकी प्रतिभा पर कोई शक नहीं, लेकिन 0.1% गड़बड़ की आशंका हमेशा रहती है।”
राउत्रे ने कहा कि डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) से हादसे की सच्चाई सामने आएगी, जो पहले ही बरामद हो चुका है।
उन्होंने बताया कि सुमित ने आखिरी पलों में एटीसी को मेडे कॉल भेजा था, जिसमें कहा गया, “मेडे, मेडे, मेडे… थ्रस्ट नहीं मिल रहा। पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा। नहीं बचेंगे।”
विमान में था 1.25 लाख लीटर ईंधन
12 जून को दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के 5 मिनट बाद विमान मेघनीनगर में एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे।
विमान के 1.25 लाख लीटर ईंधन के कारण हादसे के बाद भीषण आग लग गई, जिसने बचाव कार्य को और मुश्किल बना दिया।
एक ब्लैक बॉक्स बरामद
अहमदाबाद पुलिस के अनुसार, दुर्घटनास्थल से 270 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें विमान के यात्रियों के साथ-साथ हॉस्टल में मौजूद मेडिकल स्टूडेंट्स और स्थानीय लोग भी शामिल हैं।
DNA टेस्ट के जरिए शवों की पहचान की जा रही है। एक ब्लैक बॉक्स बरामद हो चुका है, और दूसरा खोजा जा रहा है।
जांच के लिए भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के साथ बोइंग और अमेरिकी जांचकर्ता भी सहयोग कर रहे हैं