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Ayushman Bharat Digital Mission : PM मोदी ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन किया लॉन्च, सभी को मिलेगी यूनिक हेल्थ आईडी

15 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की घोषणा की थी

नई दिल्ली: Ayushman Bharat Digital Mission प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission) (एबीडीएम) का शुभारंभ किया।

इसके तहत प्रत्येक नागरिक को एक यूनिक डिजिटल हेल्थ आईडी प्रदान की जाएगी, जिसमें उनके स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी होगी।

गरीब और मध्यम वर्ग के ऐसे मरीजों का इसका सबसे बड़ा फायदा होगा जो उपचार के लिए गांवों से शहरों और दूसरे राज्यों में जाते हैं। वह अब बिना डॉक्टरों के पर्चे लिए देश के किसी भी कोने में इलाज के लिए जाएंगे तो डॉक्टर सिर्फ उनकी आईडी से यह जान सकेंगे कि उन्हें पहले कौन सी बीमारी रही है और उसका क्या इलाज किया गया है। 15 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की घोषणा की थी।

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर देश में डिजिटल पहल की सराहना करते हुए कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। पिछले सात सालों में देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने का अभियान आज एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है।

उन्होंने इस चरण को असाधारण बताते हुए कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी बदवाल लाने की क्षमता है।

इतना बड़ा जुड़ा हुआ बुनियादी ढांचा दुनिया में कहीं नही

प्रधानमंत्री ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि 130 करोड़ आधार नंबर, 118 करोड़ मोबाइल ग्राहक, लगभग 80 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता, करीब 43 करोड़ जनधन बैंक खातों के साथ इतना बड़ा जुड़ा हुआ बुनियादी ढांचा दुनिया में कहीं नही है।

उन्होंने कहा कि यह डिजिटल बुनियादी ढांचा राशन से लेकर प्रशासन तक सब कुछ तेज और पारदर्शी तरीके से आम भारतीय तक पहुंचा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज शासन सुधारों में जिस तरह से प्रौद्योगिकी को इस्तेमाल किया जा रहा है वह अभूतपूर्व है।

प्रधानमंत्री ने आरोग्य सेतु ऐप की उपयोगिता का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐप ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में बहुत मदद की है।

सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन अभियान के तहत 90 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने का रिकॉर्ड बनाने के लिए को-विन की सराहना की।

स्वास्थ्य में प्रौद्योगिकी के उपयोग की थीम को जारी रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में टेलीमेडिसिन का भी अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। ई-संजीवनी के माध्यम से अब तक लगभग सवा करोड़ दूरस्थ परामर्श (रिमोट कंसल्टेशन) पूरे हो चुके हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सुविधा देश के दूर-दराज के हिस्सों में रहने वाले हजारों देशवासियों को घर बैठे शहरों के बड़े अस्पतालों के डॉक्टरों से प्रतिदिन जोड़ रही है।

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