Dhanbad Gets Relief From Traffic Jams : धनबाद शहर में लगातार बढ़ रही आबादी और ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए धनबाद नगर निगम (DMC) ने एक बड़ी तैयारी शुरू की है।
रांची की तरह अब धनबाद में भी रिंग रोड बनाने की योजना बनाई गई है। इस योजना का उद्देश्य शहर को जाम-मुक्त बनाना और स्मार्ट सिटी (Smart City) की दिशा में आगे बढ़ाना है। रिंग रोड बनने से शहर के अंदर वाहनों का दबाव कम होगा और लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी।
नगर विकास विभाग को भेजा गया प्रस्ताव
नगर निगम ने रिंग रोड परियोजना का प्रस्ताव तैयार कर रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट (RCD) और नगर विकास विभाग को भेज दिया है।
जैसे ही इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलेगी, वैसे ही DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जाएगी। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होने का रास्ता साफ हो जाएगा। इस परियोजना को धनबाद के भविष्य के विकास से जोड़कर देखा जा रहा है।
अक्टूबर में हुआ फील्ड सर्वे, तैयार हुई रिपोर्ट
रांची की तर्ज पर बनने वाले इस रिंग रोड की कुल लंबाई 96.85 किलोमीटर प्रस्तावित है। इसमें रिंग रोड के साथ-साथ फ्लाईओवर, एलिवेटेड फ्लाईओवर और फुटओवर ब्रिज भी शामिल होंगे। इसके लिए अक्टूबर महीने में रांची से एक तकनीकी टीम धनबाद आई थी।
टीम ने तीन दिनों तक शहर और आसपास के क्षेत्रों में फील्ड सर्वे किया और तकनीकी पहलुओं की जांच की। इसके बाद नगर निगम, आरसीडी और अन्य विभागों के साथ बैठक कर पूरी योजना पर मंथन किया गया।
धनबाद से बोकारो तक मजबूत कनेक्टिविटी
यह रिंग रोड न केवल धनबाद बल्कि बोकारो जिले को भी जोड़ेगा। योजना के अनुसार, कुल 96.85 किलोमीटर में से लगभग 88 किलोमीटर रिंग रोड धनबाद जिले में और करीब 8 किलोमीटर बोकारो जिले में होगा। इससे दोनों जिलों के बीच आवागमन और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
रिंग रोड का प्रस्तावित रूट और विस्तार
प्रस्तावित रिंग रोड गोल बिल्डिंग (भुईंफोड़) से हीरक रोड होते हुए बलियापुर के बिनोद बिहारी चौक तक जाएगा।
यहां से यह सिदरी के गोशाला मोड़, डिगवाडीह, जामाडोबा मोड़, तेलमच्चो पुल, महुदा और कांकोमठ होते हुए फिर आठ लेन सड़क से गोल बिल्डिंग तक पहुंचेगा। इस पूरे रूट से बलियापुर और बाघमारा के कुछ ग्रामीण क्षेत्र भी जुड़ जाएंगे।
भारी वाहनों पर रोक, ट्रैफिक होगा आसान
रिंग रोड बनने के बाद बड़े और भारी वाहन शहर के अंदर प्रवेश नहीं करेंगे। इसके लिए रिंग रोड पर अलग-अलग एंट्री प्वाइंट बनाए जाएंगे। इससे शहरी सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा, जाम की समस्या घटेगी और लोगों का समय बचेगा।
विकास को मिलेगी नई रफ्तार
इस परियोजना से स्थानीय लोगों को बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी। साथ ही कोयला क्षेत्रों और औद्योगिक इलाकों (Industrial Areas) को जोड़ने से उद्योग और व्यापार को भी गति मिलेगी।
रांची रिंग रोड की तरह धनबाद में भी यातायात व्यवस्था सुधरेगी और शहर के विकास को नई दिशा मिलेगी।




