Homeझारखंडझारखंड के विकास के लिए मतभेद भूलाकर बेहतर माहौल बनाएं: राज्यपाल

झारखंड के विकास के लिए मतभेद भूलाकर बेहतर माहौल बनाएं: राज्यपाल

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दुमका: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने उपराजधानी दुमका में स्वतंत्रता दिवस पर रविवार को पुलिस लाइन मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में मिलीजुली परेड की सलामी ली और झंडोत्तोलन किया।

मौके पर राज्यपाल ने कहा कि लोगों की खुशहाली के लिए, यहां के लोगों के कल्याण के लिए और झारखंड को एक विकसित राज्य बनाने के लिए सभी को एकजुट होकर सच्चे मन से प्रयास करने का संकल्प लेना होगा।

राज्यहित में सभी को अपने सामाजिक-राजनीतिक मतभेद भुलाकर झारखंड के विकास के लिए एक बेहतर माहौल तैयार करना होगा, ताकि सरकार हर चेहरे पर मुस्कान लाने में सफल हो सके।

राज्यपाल ने कहा कि पिछले दिनों टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम में झारखंड की दो बेटियां शामिल थीं।

सेमीफनाइल में पहुंचकर टीम ने इतिहास रचा और यह साबित कर दिया कि वे दुनिया की बेहतर से बेहतर टीम को हराने की क्षमता रखती है। झारखंड की बेटियों सलीमा टेटे और निक्की प्रधान के बेहतर प्रदर्शन को सम्मान करते हुए 50-50लाख रुपये की नकद राशि का भुगतान किया गया।

राज्यवासियों के सहयोग से राज्य में कोरोना पर काबू पाने में सफल रहे

राज्यपाल ने कहा कि एक सफल लोकतांत्रिक देश के रूप में भारत ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान स्थापित करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व कोरोना महामारी की चुनौतियों से जूझ रहा है।

देश और राज्य भी इससे अछूता नहीं है। राहत की बात यह है कि राज्यवासियों के सहयोग, जागरूकता और सरकार की ओर से इस महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों से निबटने के लिए किए गए सुरक्षा उपायों की बदौलत काफी हद तक हम इसे नियंत्रित करने में सफल रहे है।

राज्य में नई औद्योगिक एवं प्रोत्साहन नीति 2021 लागू की गयी

राज्यपाल ने कहा कि कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच राज्य में विकास की गति बाधित न हो, इसके लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।

झारखंड की अर्थव्यवस्था में उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और निवेश को आकर्षित करने एवं स्थापित औद्योगिक इकाईयों को प्रोत्साहित करने के लिए नई औद्योगिक एवं प्रोत्साहन नीति 2021 लागू की गयी है।

संताल परगना में पारंपरिक बांस शिल्प का हुनर

उन्होंने कहा कि संताल परगना में पारंपरिक बांस शिल्प का हुनर पाया जाता है। बांस शिल्प कला का विकास कर इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए मुख्यमंत्री लघु एवं कुटी उद्यम विकास बोर्ड की ओर से 10 हजार से अधिक लाभुकों का चयन कर उन्हें बांस शिल्प में 30 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।

राज्यपाल ने कहा कि कोरोना से बचाव को लेकर टेस्ट, ट्रैक, आइसोलेट, ट्रीट और वैक्सीनेट की रणनीति अपनायी गयी है।

पीएम केसर्य फंड से राज्य में 38 पीएसए प्लांट और अन्य स्त्रोतों से 34 पीएसए स्थापित किये जा रहे है। कोविड-19 की संभावित लहर में कम आयु वर्ग बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को ध्यान में रखकर समुचित तैयारी की जा रही है।

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