HomeUncategorizedपोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के सदस्यों की पहचान के लिए दिशा से पूछताछ...

पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के सदस्यों की पहचान के लिए दिशा से पूछताछ जरूरी : पुलिस

Published on

spot_img
spot_img
spot_img

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने प्रो-खालिस्तानी ग्रुप – पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन और उसके सक्रिय सदस्यों की पहचान करने और डिलीट किए गए व्हाट्सऐप ग्रुप को फिर से रिकवर करने के लिए अदालत से 21-वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की पांच दिन की हिरासत ली है।

गौरतलब है कि किसानों के विरोध से संबंधित सोशल मीडिया पर कथित रूप से टूलकिट को संपादित करने और साझा करने के मामले में दिशा रवि को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था।

उसे अगले दिन अदालत में पेश किया गया और उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था।

कार्यवाही के दौरान पुलिस ने ड्यूटी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट देव सरोहा को बताया कि डिलीट किए गए व्हाट्सऐप ग्रुप को बरामद करने के लिए उसकी कस्टडी जरूरी है क्योंकि उसमें बहुत सारी अहम जानकारियां हो सकती हैं।

इसके अलावा अपराध में इस्तेमाल होने वाले अन्य उपकरणों और मोबाइलों की बरामदगी के लिए भी उसकी कस्टडी बेहद आवश्यक है।

अदालत के आदेश की प्रति के अनुसार, इसमें यह भी कहा गया है कि समुचित जांच के लिए यह जरूरी है कि प्रो-खालिस्तानी ग्रुप – पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन और उसके सक्रिय सदस्यों की पहचान करने और डिलीट किए गए व्हाट्सऐप ग्रुप को फिर से रिकवर करने के लिए उससे विस्तृत पूछताछ की जाए।

अदालत ने उसे पुलिस की हिरासत में भेजते हुए मेडिकल टेस्ट कराने का निर्देश दिया।

उसे अब हिरासत की अवधि के अंत में 19 फरवरी को अदालत में पेश किया जाएगा।

पूछताछ के लिए उसकी हिरासत की मांग करते हुए दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा कि यह भारत सरकार के खिलाफ एक बड़ी साजिश है।

इसके बाद दिशा अदालत कक्ष में रोने लगी।

उसने जज से कहा कि उसने टूलकिट नहीं बनाया है, उसने 3 फरवरी को केवल दो लाइनें संपादित की थी।

कानूनी सहायता वकील (एलएसी) प्रमोद सिंह आरोपी की ओर से अदालत में पेश हुए, जबकि दिल्ली पुलिस जांच अधिकारी (आईओ) प्रवीण कुमार केस फाइल के साथ अदालत में आए।

साइबर सेल ने भारत सरकार के खिलाफ सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक युद्ध छेड़ने के लिए टूलकिट के खालिस्तान समर्थक निर्माताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

मामले पर विस्तार से जानकारी देने के लिए रविवार को दिल्ली पुलिस ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर का सहारा लिया।

इसमें लिखा है कि दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई दिशा रवि टूलकिट गूगल डॉक की संपादक है और दस्तावेज के निर्माण और प्रसार में महत्वपूर्ण साजिशकर्ता है।

spot_img

Latest articles

रांची को अतिक्रमण-मुक्त और स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम की दो अहम बैठकों में बड़े निर्देश

Important meetings of the Municipal Corporation: रांची नगर निगम में शुक्रवार को शहर की...

इंडिगो संकट पर DGCA सख्त: CEO पीटर एल्बर्स दोबारा पूछताछ में हुए शामिल

DGCA Cracks down on IndiGo crisis : देश की सबसे बड़ी निजी एयरलाइंस कंपनियों...

खबरें और भी हैं...