Iran-Israel war: 13 जून को शुरू हुआ इजरायल-ईरान युद्ध, जिसे 12-दिवसीय युद्ध के नाम से जाना गया, मध्य पूर्व में अब तक का सबसे बड़ा सैन्य टकराव साबित हुआ। इजरायल के ऑपरेशन राइजिंग लायन और अमेरिका के ऑपरेशन मिडनाइट हैमर ने ईरान के परमाणु और सैन्य ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया, जबकि ईरान की जवाबी कार्रवाई ने इजरायल के शहरों में तबाही मचाई। इस युद्ध में सैकड़ों लोग मारे गए, और दोनों देशों के बुनियादी ढांचे को गंभीर क्षति पहुंची। आइए, नुकसान का विस्तृत आकलन देखें।
इजरायल को नुकसान
मानवीय क्षति: ईरानी मिसाइल हमलों में इजरायल में कम से कम 24 लोग मारे गए और 200 से ज्यादा घायल हुए। तेल अवीव, हाइफा, बीर शेवा और रमात गान में हुए हमलों में नागरिक प्रभावित हुए। बीर शेवा के सोरोका मेडिकल सेंटर पर सीधा हमला हुआ, जिसमें 71 लोग मामूली रूप से घायल हुए और संदिग्ध रासायनिक रिसाव की सूचना मिली। रमात गान में 22 लोग घायल हुए, और हाइफा में एक मिसाइल हमले में 23 लोग घायल हुए।
बुनियादी ढांचे को नुकसान
- तेल अवीव: मिसाइल हमलों से अपार्टमेंट ब्लॉक, हाई-राइज इमारतें और सेंट्रल रेल स्टेशन क्षतिग्रस्त।
- हाइफा: तेल रिफाइनरी और ट्रांसमिशन लाइनों को नुकसान, जिससे कुछ सुविधाएं बंद हुईं।
- बीर शेवा: हाई-टेक सुविधाओं के पास आग लगी, और बिजली आपूर्ति बाधित हुई।
- सुरक्षा प्रभाव: इजरायल की आयरन डोम ने 450 में से 80% से ज्यादा मिसाइलों को रोका, लेकिन कुछ मिसाइलें और ड्रोन रक्षा प्रणाली को भेदने में सफल रहे।
- आर्थिक प्रभाव: तेल की कीमतों में 8% की उछाल ने इजरायल की अर्थव्यवस्था पर दबाव डाला। हवाई अड्डों के बंद होने और आपातकाल की स्थिति से व्यापार प्रभावित हुआ।
ईरान को नुकसान
मानवीय क्षति: ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय और ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स इन ईरान के अनुसार, इजरायली और अमेरिकी हमलों में 400 से ज्यादा लोग मारे गए, जिनमें 70 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। 3,500 से ज्यादा लोग घायल हुए।
प्रमुख हस्तियों की हत्या: IRGC कमांडर हुसैन सलामी, कुद्स फोर्स कमांडर सईद इजादी, जनरल मोहम्मद हुसैन बकरी, IRGC कमांडर बेहराम शहरियारी, और 10 परमाणु वैज्ञानिकों (जिनमें इसर तबातबाई-कमशे शामिल) की हत्या। कुल 30 सैन्य कमांडरों की मौत की पुष्टि।
परमाणु और सैन्य ढांचे को नुकसान
- नतांज परमाणु सुविधा: सेंट्रीफ्यूज वर्कशॉप नष्ट, यूरेनियम संवर्धन क्षमता को भारी नुकसान।
- फोर्डो संवर्धन संयंत्र: भूमिगत सुविधा को सीमित क्षति, लेकिन अमेरिकी B-2 बॉम्बर द्वारा इस्तेमाल 30,000-पाउंड बंकर बम ने महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाया।
- इस्फहान: यूरेनियम कन्वर्जन सुविधा और सेंट्रीफ्यूज उत्पादन केंद्र नष्ट।
- सैन्य अड्डे: तेहरान के पास परचिन, तबरिज़, केरमानशाह, और पिरानशहर में IRGC सुविधाएं तबाह। तबरिज़ हवाई अड्डे के पास रडार साइट और 11 सैन्य ठ卓
सैन्य ठिकानों को नुकसान
- तबरिज़: हवाई अड्डे के पास रडार साइट और सैन्य ठिकानों पर हमले, जिसमें 18 लोग मारे गए, जिनमें एक रेड क्रिसेंट कार्यकर्ता शामिल था।
- तेहरान: शाहरान तेल डिपो और शाहर रे रिफाइनरी में भारी आग लगी, जिससे लग्जरी रिहायशी इलाकों में दहशत फैली।
- इस्फहान और शिराज: सैन्य प्रतिष्ठानों और साइबर पुलिस मुख्यालय (FATA) को नुकसान।
- केरमानशाह: मिसाइल उत्पादन सुविधा और सैन्य ठिकानों पर हमले।
- आर्थिक प्रभाव: तेल और गैस डिपो पर हमलों से ईरान की तेल आपूर्ति बाधित हुई, जिससे वैश्विक तेल की कीमतें 8% बढ़ीं। ब्रेंट क्रूड की कीमत 120-130 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने की आशंका।
- सुरक्षा प्रभाव: इजरायल के मोसाद ने ईरान की हवाई रक्षा प्रणालियों को नष्ट कर हवाई श्रेष्ठता हासिल की। ईरान की F-14, F-5, और AH-1 विमानों को नष्ट किया गया, जिससे उसकी जवाबी कार्रवाई की क्षमता कमजोर हुई।
ऑपरेशन राइजिंग लायन (इजरायल)
- 13 जून 2025 को शुरू: इजरायल ने 200+ लड़ाकू विमानों और 330+ हथियारों के साथ 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया।
- प्रमुख लक्ष्य: नतांज परमाणु सुविधा, इस्फहान यूरेनियम कन्वर्जन सुविधा, केरमानशाह मिसाइल सुविधा, और तेहरान के पास IRGC ठिकाने।
- मोसाद की भूमिका: हवाई रक्षा प्रणालियों को तोड़ने के लिए गुप्त ड्रोन बेस और सटीक हथियारों का इस्तेमाल।
- प्रमुख हत्याएं: IRGC कमांडर सलामी, कुद्स फोर्स कमांडर इजादी, और 10 परमाणु वैज्ञानिक।
- रणनीति: इजरायल ने AI-सक्षम लक्ष्यीकरण और स्वायत्त प्रणालियों का उपयोग कर सटीक हमले किए, जिससे ईरान की कमांड-एंड-कंट्रोल प्रणाली को ध्वस्त किया गया।
ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III (ईरान)
- 13 जून 2025 की शाम को शुरू: ईरान ने 450+ मिसाइलें और 1000+ ड्रोन इजरायल के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर दागे।
- प्रमुख लक्ष्य: तेल अवीव, हाइफा, बीर शेवा, सफद, अश्कलोन, और बेइसान। इजरायल की जासूसी एजेंसी के पास और सोरोका अस्पताल पर हमले।
- परिणाम: इजरायल की आयरन डोम ने ज्यादातर मिसाइलों को रोका, लेकिन कुछ हमले सफल रहे, जिससे नागरिक क्षेत्रों में नुकसान हुआ।
- कतर पर हमला: ईरान ने अल उदेद एयर बेस पर 6 मिसाइलें दागीं, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
ऑपरेशन मिडनाइट हैमर (अमेरिका)
- 22 जून 2025 को शुरू: अमेरिका ने 7 B-2 स्टील्थ बॉम्बर, 125+ विमानों, और 75 सटीक हथियारों के साथ नतांज, फोर्डो, और इस्फहान पर हमले किए।
- प्रमुख लक्ष्य: फोर्डो की भूमिगत सुविधा पर 30,000-पाउंड बंकर बम का पहला ऑपरेशनल उपयोग।
- परिणाम: सेंट्रीफ्यूज उत्पादन और यूरेनियम संवर्धन सुविधाओं को भारी नुकसान। कोई हताहत की सूचना नहीं।