Jharkhand Bokaro News: बोकारो के माराफारी थाना पुलिस ने एक बड़ी ठगी का पर्दाफाश किया है। ATM कार्ड फंसने के बहाने लोगों को फंसाकर लाखों रुपये उड़ाने वाले गैंग के तीनों आरोपी पकड़े गए। शनिवार को इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। मुख्यालय DSP ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरा मामला बताया – ये लोग टेक्निकल धोखे से खातों को खाली कर देते थे।
क्या हुआ था घटना में?
जून 22 को मखदुमपुर के रहने वाले मोहम्मद मुर्तजा अंसारी बैंक ऑफ इंडिया की सिवनडीह ब्रांच के ATM पर पैसे निकालने पहुंचे। तभी उनका कार्ड मशीन में फंस गया। परेशान होकर उन्होंने ATM पर लिखे हेल्पलाइन नंबर 9204545763 पर कॉल किया।
फोन उठाने वाले ने खुद को ‘इंजीनियर’ बताकर भरोसा जीत लिया और झूठे बहाने से खाते की सारी डिटेल्स ले लीं। नतीजा? उसी दिन उनके अकाउंट से 3 लाख 87,999 रुपये गायब हो गए! मुर्तजा ने तुरंत शिकायत की, जिस पर माराफारी थाने में केस दर्ज हुआ।
पुलिस की जांच ने कैसे खोला राज?
पुलिस ने गहन जांच की तो मामला कोडरमा से जुड़ गया। पता चला कि कोडरमा का लक्ष्मण कुमार रजक ने अपना मोबाइल सिम, पासबुक और ATM कार्ड अपने साथी सूरज कुमार को दे दिया। सूरज ने ये सारी जानकारी बिहार के नवादा रहने वाले शशि शेखर को फॉरवर्ड कर दी। शशि ने ही असली ठगी का काम किया – फर्जी कॉल्स और ट्रांजेक्शन से पैसे साफ कर दिए।
19 सितंबर को पुलिस ने तीनों को धर दबोचा: शशि शेखर (नवादा, बिहार), लक्ष्मण कुमार रजक (कोडरमा), और सूरज कुमार (कोडरमा)। इनके पास से दो मोबाइल फोन भी जब्त किए गए, जो ठगी के लिए इस्तेमाल हो रहे थे। DSP ने कहा, “ये गैंग ATM स्कैम का बड़ा नेटवर्क चला रहा था। अब और भी सुराग ढूंढे जा रहे हैं।”
सावधानी बरतें, ऐसे धोखों से बचें
पुलिस की अपील है – कभी भी ATM पर दिए नंबरों पर कॉल न करें। अगर कार्ड फंस जाए तो बैंक की ऑफिशियल हेल्पलाइन ही यूज करें। ये केस सिखाता है कि छोटी सी चूक कैसे लाखों का नुकसान करा सकती है। अगर आपके साथ ऐसा हो, तो तुरंत थाने पहुंचें!