Operation Sindoor: भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों को ध्वस्त करने की साहसिक कार्रवाई की प्रशंसा में जमशेदपुर के अधिवक्ताओं ने बुधवार को न्यायालय परिसर में तिरंगा फहराया और सेना को नमन किया।
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। अधिवक्ताओं ने इस कार्रवाई को देश की सुरक्षा और सम्मान का प्रतीक बताया।
अधिवक्ताओं का सेना को सम्मान
अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू के नेतृत्व में न्यायालय परिसर में एकत्र हुए वकीलों ने ‘भारत माता की जय’, ‘जय हिंद सेना’, और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाए।
सुधीर पप्पू ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने साबित कर दिया कि भारत अपनी सुरक्षा और मातृशक्ति के सम्मान से कोई समझौता नहीं करेगा। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम है।”
उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि वह अपनी आतंकी गतिविधियां बंद करे, वरना उसकी “भौगोलिक सीमा बदल दी जाएगी।”
पाकिस्तान को कड़ा संदेश
अधिवक्ताओं ने भारतीय सेना की सटीक और नपी-तुली कार्रवाई की सराहना की, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट किया गया।
पूर्व लोक अभियोजन पदाधिकारी सुशील कुमार जायसवाल ने कहा, “यह ऑपरेशन देश की संप्रभुता और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का प्रतीक है।”
अधिवक्ता बबीता जैन ने जोड़ा, “हमारी सेना ने न केवल पहलगाम के शहीदों को न्याय दिलाया, बल्कि विश्व को भारत की ताकत दिखाई।”