Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम से BJP नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने शनिवार को केंद्र सरकार के उस फैसले का स्वागत किया, जिसमें झारखंड सहित सभी राज्यों को बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
अपने X पोस्ट में सोरेन ने कहा कि इन निर्देशों के तहत प्रत्येक जिले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) गठित होगी, जो अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों को चिन्हित करेगी।
चंपाई सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और PM मोदी को धन्यवाद देते हुए इसे “निर्णायक कदम” बताया। उन्होंने कहा कि STF के गठन से घुसपैठियों की पहचान और डिपोर्टेशन की प्रक्रिया अब आसान और तेज होगी।
सोरेन ने झारखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2024 में जब झारखंड हाई कोर्ट ने घुसपैठियों की पहचान के लिए कमेटी बनाने का आदेश दिया था, तब JMM सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। लेकिन इस बार उनके पास “कोई विकल्प नहीं बचेगा” और केंद्र के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
आदिवासी-मूलवासी समाज पर जोर
सोरेन ने कहा कि लाखों घुसपैठिए झारखंड के आदिवासी-मूलवासी समाज का हक छीन रहे हैं, जिससे सांथाल परगना और कोल्हान जैसे क्षेत्रों में जनसांख्यिकीय बदलाव हो रहा है।
उन्होंने इसे आदिवासी अस्मिता और अस्तित्व के लिए खतरा बताया। X पर अपने पिछले पोस्ट्स में भी सोरेन ने धर्मांतरण और घुसपैठ के खिलाफ अभियान को सामाजिक मुद्दा बताया, न कि चुनावी।
नागरिकों से सहयोग की अपील
पूर्व CM ने झारखंडवासियों से अपील की कि STF प्रक्रिया शुरू होने के बाद अपने आसपास के संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी पुलिस को दें। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों को पहले होल्डिंग सेंटर्स में रखा जाएगा, और जरूरी कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें डिपोर्ट किया जाएगा।
सोरेन ने इसे आदिवासी समाज की रक्षा के लिए जरूरी कदम बताया और कहा कि यह अभियान झारखंड के मूल निवासियों के हक को सुनिश्चित करेगा।