Tender Commission Scam : झारखंड (Jharkhand) के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) को रिमांड पर लेकर ED की टीम विभाग में टेंडर कमीशन घोटाले (Tender Commission Scam) को लेकर लगातार पूछताछ कर रही है।
इस बीच आलमगीर के करीबी हाकिम (Hakim) के बारे में सनसनीखेज जानकारी सामने आया है।
अभी पास में हैं 100 करोड़ की गाड़ियां
यह बताया जा रहा है कि हाकिम, जिसके पास वर्ष 2020 में पांच हाइवा हुआ करता था, आज की तारीख में उसके नाम से 107 हाइवा व JCB है।
वर्ष 2020 वही साल है, जब आलमगीर का ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री होने का सफर शुरू हुआ था।
हाकिम की तरक्की इतनी तेजी से कैसे हुई, यह समझना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है। इन गाड़ियों की अनुमानित कीमत करीब 100 करोड़ है।
हाकिम ने सभी वाहनों की रजिस्ट्रेशन पाकुड़ (Pakud) से ही कराया है।
जानकारी के मुताबिक, हाकिम ने 107 वाहनों को खरीदने के लिए अलग-अलग बैंकों से लोन (Loan) लिया है।
जिन बैंकों से हाकिम ने लोन लिया है, उनमें SBI, CIFCL, MMFSL, Axis Bank, HDB, IBL, Kotak, Federal, TMF, HDFC, ICICI और टाटा कैपिटल बैंक शामिल है।
बताया जाता है कि हाकिम की सारी गाड़ियां सरकारी कांट्रैक्ट के काम में लगते हैं।
छापेमारी में 35 करोड़ रुपये जब्त
विदित हो कि मंत्री आलमगीर आलम के PS संजीव लाल (Sanjeev Laal) के करीबी जहांगीर (Jahangir) के आवास में छापेमारी कर ED ने 35 करोड़ रुपये जब्त किए थे।
इस मामले में ED ने संजीव लाल व जहांगीर को गिरफ्तार किया था।
इसके बाद ईडी ने पूछताछ के लिए मंत्री आलमगीर आलम को बुलाया था। दो दिन तक चली पूछताछ के ईडी ने उन्हें 15 मई को गिरफ्तार कर लिया था।