Jharkhand News: रांची के सदर अस्पताल में जल्द ही एक नया हेपाटोबिलियरी विभाग शुरू होने वाला है, जो लिवर, गॉल ब्लैडर, बाइल डक्ट, और पैनक्रियास से जुड़े रोगों के इलाज के लिए सुपर स्पेशलिटी सुविधा प्रदान करेगा। यह झारखंड के किसी भी सरकारी अस्पताल में अपनी तरह का पहला विभाग होगा।
वर्तमान में सदर अस्पताल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी OPD संचालित है, जहां लिवर रोगों के मरीजों का इलाज और जरूरत पड़ने पर भर्ती की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन नए हेपाटोबिलियरी विभाग के शुरू होने से मरीजों को अब दिल्ली, मुंबई, या अन्य राज्यों में इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
क्यों जरूरी है यह विभाग?
सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार के अनुसार, हर महीने 100 से अधिक मरीज लिवर से जुड़े रोगों, जैसे हेपेटाइटिस, सिरोसिस, फैटी लिवर, और लिवर कैंसर, के इलाज के लिए दूसरे राज्यों में जा रहे हैं।
इनमें से कई मरीज आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज कराते हैं, लेकिन यात्रा और अन्य खर्चों से आर्थिक बोझ बढ़ता है।