Jharkhand Ramgarh News: रामगढ़ जिले में पांडे गिरोह के लिए बेहद खतरनाक अपराधी सुनील धोबी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पलामू में डबल मर्डर और रामगढ़ में रंगदारी जैसी सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देने वाला ये कुख्यात बदमाश गिरोह के लिए स्पेशलिस्ट था।
उसके जरिए ऐसी घटनाएं होती थीं, जो कोई और सदस्य नहीं कर सकता। बुधवार को पतरातू SDPO गौरव गोस्वामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी। सुनील के खिलाफ झारखंड में 10 मामले दर्ज हैं–9 रामगढ़ में और 1 पलामू में।
कई वर्षों से फरार, अब पकड़ा गया
पुलिस सुनील धोबी की तलाश पिछले कई सालों से कर रही थी। पलामू जिले में भारत पांडे और उसके एक दोस्त की डबल मर्डर की घटना में भी सुनील संलिप्त था। उस कांड में उसके खिलाफ कोर्ट से वारंट जारी था। SDPO गोस्वामी ने बताया कि रामगढ़ में फिर से बड़ी वारदात की योजना बना रहा था।
पतरातू थाना प्रभारी शिवलाल गुप्ता को गुप्त सूचना मिली कि पांडे गिरोह के कुछ सदस्यों के साथ सुनील योजना रच रहा है। सूचना पर तुरंत टीम ने छापा मारा और 16 सितंबर को पतरातू क्षेत्र से उसे धर दबोचा।
पतरातू में रंगदारी, गोलीबारी और पोकलेन जलाया
सुनील ने पतरातू प्रखंड में रंगदारी मांगने के अलावा गोली भी चलाई थी। एक पोकलेन मशीन को आग लगा दी थी। इस मामले में उसके खिलाफ 70/2022 कांड दर्ज था, और कोर्ट से वारंट भी जारी हो चुका था। SDPO ने कहा कि सुनील गिरोह के लिए मास्टरमाइंड था–डबल मर्डर से लेकर रंगदारी तक सब कुछ। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भुरकुंडा OP प्रभारी निर्भय कुमार गुप्ता भी मौजूद थे।
8 फीट दीवार फांद भागा, लेकिन मेडिकल बहाना
गिरफ्तारी के बाद सुनील ने खुद को मेडिकली अनफिट बताया। बोला कि पीठ की तीन हड्डियां टूटी हैं, जिससे दर्द होता है। लेकिन पुलिस जब उसके ठिकाने पर पहुंची, तो वो तेजी से भागा।
यहां तक कि 8 फीट ऊंची दीवार फांदकर चकमा देने की कोशिश की। लेकिन इस बार भाग्य साथ न दिया। SDPO ने हंसते हुए कहा कि ये बहाना अपराधी का पुराना हथकंडा है। अब पूछताछ में और खुलासे हो सकते हैं।




