झामुमो को सनातन परंपरा, धर्म कर्म से कुछ भी लेना देना नहीं, ये भ्रष्टाचार घाट के पानी पीने वाले लोग हैं: आदित्य साहू

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न्यूज़ अरोमा रांची: भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने झामुमो पर कड़ा प्रहार किया है। साहू ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में कहा कि झामुमो सनातन परंपरा, धर्म कर्म से कुछ भी लेना देना नहीं है।

सत्ता लोलुपता चाटुकारिता एवम तुष्टिकरण में ये सब कुछ भूल गए है। ये लोग सत्ता के मद में बौराये हुए है। माँ दुर्गा का भक्त कहलाने वाले सुप्रियो भट्टाचार्य ने छठ व्रत करने वाले मां-बहनों का जितना अपमान किया, उतना शायद मुगलो एवं अंग्रेजो ने भी नहीं किया था।

इनको पता होना चाहिए कि छठ व्रत एक तपस्या है और इनके परिवार के लोग कभी छठ नहीं किये है,सिर्फ दूर से देखते है। साहू ने कहा कि इन्हें पता होना चाहिए कि जो छठ व्रती माताए-बहने होती है उनका खरना प्रसाद जूठा खाने के लिए लोग कतार लगाए रहते हैं ,यह परंपरा है।

ये सूर्य भगवान की पूजा की जाती है। जिस प्रकार से इन्होंने छठ महापर्व का अपमान किया है राज्य की जनता कभी माफ नहीं करेगी। जगरनाथ मंदिर पूरी ,उड़ीसा में जो प्रसाद का जूठा गिरता है उसे सूखा कर महाप्रसाद बनाकर वितरण किया जाता है। हिन्दू धर्म के पूजा-पाठ को भी ये जाति में बांट रहे हैं।

साहू ने कहा कि चूंकि ये भ्रष्टाचार घाट के पानी पीने वाले लोग है तो छठ घाट की महिमा कहां से समझ पाएंगे।
इनको बतलाना चाहिए कि कलकत्ता के घाट में कौन कौन डुबकी लगाकर पानी पिये है। डायरी में कौन कौन घाट का उल्लेख है। एनआईए जांच में स्टेन स्वामी के घाट का कौन कौन पानी पिए है। दुमका उपचुनाव के विजय जुलूस में अचार संहिता रहते हुये रायफल घाट का स्वाद कैसा है।

जनाजे की भीड़ घाट कैसा है। रिसालदार बाबा के चादर घाट का पानी कैसा है।उन्होंने कहा कि झामुमो नेता सामान्य राजनीतिक मर्यादा और संस्कार भी भूल चुके है।

\भट्टाचार्य पहले उतनी ऊंचाई प्राप्त कर लें फिर टिप्पणी करें तो ठीक रहेगा। बाबूलाल मरांडी, सीपी सिंह जैसे नेताओं को जनता का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कार्यकर्ता सभी घाटों पर रहेंगे,सरकार केस दर्ज कराने की तैयारी रखे।

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