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BJP को चुनने के बाद ‘गांधी या गोडसे’ में से किसी एक को नहीं चुन सके पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय, हो रही आलोचना

जब उन्हें BJP और न्यायपालिका में से किसी एक को चुनना था, तो उन्होंने फटाक से BJP को चुन लिया और कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) के जज के पद से इस्तीफा दे दिया।

Kolkata Former Judge Abhijit Gangopadhyay: जब उन्हें BJP और न्यायपालिका में से किसी एक को चुनना था, तो उन्होंने फटाक से BJP को चुन लिया और कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) के जज के पद से इस्तीफा दे दिया।

लेकिन, जब उनसे पूछा गया कि वह महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) और नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) में से किसे चुनेंगे, तब वह थकमका गये और कहा, “मैं अभी इसका जवाब नहीं दूंगा। मुझे इस पर विचार करने की जरूरत है।”

हम बात कर रहे हैं कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय की। गांधी या गोडसे को चुनने के सवाल पर दिये अपने जवाब के कारण अभिजीत गंगोपाध्याय आलोचनाओं के तीरों का सामना कर रहे हैं।

अभी सात मार्च को ही BJP में हुए हैं शामिल

कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय ने पांच मार्च को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद सात मार्च को BJP में शामिल हो गये। इसके बाद उनसे जब एक चैनल ने पूछा कि यदि आपको गांधी या गोडसे में से किसी एक को चुनना पड़े, तो आप किसे चुनेंगे।

इस सवाल के जवाब में पूर्व जज ने कहा इसके लिए मुझे सोचना पड़ेगा। पूर्व जज के इस जवाब की सोशल मीडिया में खूब चर्चा हो रही है। TMC के वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व जज पर पलटवार कर दिया है। टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने कहा, एक आदमी जो चार दिन पहले तक हाई कोर्ट का जज था, वह गांधी और गोडसे के बीच फैसला नहीं कर सकता है।

कल्पना कीजिये कि इस आदमी ने अदालत में कैसे फैसले सुनाये होंगे और उसकी मानसिकता क्या रही होगी। बता दें गंगोपाध्याय BJP में शामिल होकर Lok Sabha Elections की तैयारी कर रहे हैं। चुनाव लड़ें, इसके पहले ही अपने बयान से सुर्खियों में आ गये हैं।

हाई कोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय गुरुवार को BJP में शामिल हुए थे। इसके बाद शुक्रवार को एक समाचार चैनल ने इटंरव्यू के दौरान उनसे महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे में से किसी एक को चुनने को कहा।

उन्होंने इसके जवाब में कहा, इसके बारे में सोचने की जरूरत है। अपने जवाब को लेकर पूर्व जज को आलोचना झेलनी पड़ रही है।

बता दें कि पूर्व जज गंगोपाध्याय का नाम नंदीग्राम में तामलुक सीट से भाजपा के संभावित लोकसभा उम्मीदवार के रूप में सामने आया है।

बंगाली समाचार चैनल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान गंगोपाध्याय को गांधी और गोडसे में से किसी एक का चयन करने के लिए कहा गया था। इस सवाल का जवाब देने के लिए उन्होंने गहरी सांस ली और कहा, “मैं अभी इसका उत्तर नहीं दूंगा। मुझे इस पर विचार करने की जरूरत है।”

इधर BJP गंगोपाध्याय के लिए जुटा रही समर्थन

इससे बेपरवाह स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने नंदीग्राम 2 ब्लॉक के हरिपुर क्षेत्र में पार्टी के तमलुक उम्मीदवार के रूप में गंगोपाध्याय के लिए समर्थन जुटाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि नंदीग्राम नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी का विधानसभा क्षेत्र है।

भाजपा कार्यकर्ता स्वपन कुमार मंडल ने कहा, “जो व्यक्ति स्कूलों में नौकरी चाहनेवालों के लिए सबसे अधिक मुखर रहा है, उसे हमारी तमलुक लोकसभा में चुनाव लड़ने के लिए BJP द्वारा नॉमिनेट किया जाना लगभग तय है। इसलिए हमने बिना समय बर्बाद किये दीवार लेखन शुरू कर दिया है। एक-दो दिन में नाम की औपचारिक घोषणा कर दी जायेगी।”

वामपंथ के साथ अपने परिवार के लंबे संबंधों का जिक्र करते हुए गंगोपाध्याय ने कहा कि CPM नारों और हठधर्मिता वाली पार्टी बनकर रह गयी है।

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