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पहली बार किसी ब्लैक होल को तारों का निर्माण करते देखा गया

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लंदन: हाल ही में नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप एक ऐसे ब्लैक होल की तस्वीरें ली है जो एक ड्वार्फ गैलेक्सी में तारों के निर्माण प्रक्रिया में भागीदारी कर रहा है।

यह पहली बार है जब किसी ब्लैक होल को तारों की निर्माण प्रक्रिया का पोषण करते देखा गयाहै । यह प्रक्रिया बौनी गैलेक्सी हेनिज 2-10 में हो रही है जिसमें ब्लैक होल से निकलने वाली गैस का प्रवाह सीधे तारे के निर्माण वाले चमकीले इलाकों को जोड़ रहा है।

जैसे कोई तार पहले से घने बादलो को तारों का पुंज बनाने की प्रक्रिया शुरू कर रहा हो।

खगोलविदों में इस बात की पहले भी बहस होती रही है कि क्या ड्वार्फ गैलेक्सी में भी विशाल गैलेक्सी की तरह सुपरमासिव ब्लैक होल के जैसा ब्लैक होल हो सकता है।

वहीं ड्वार्फ गैलेक्सी का अध्ययन सुपरमासिव ब्लैक होल की उत्पत्ति और विकास कैसे हुआ। यह ब्लैक होल दक्षिणी तारामंडल पिक्सिस में 3 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर स्थित हेनीज 2-10 गैलेक्सी के केंद्र में स्थित है।

इस ब्लैक होल और तारों के निर्माण के क्षेत्र के बीच की दूरी 230 प्रकाश वर्ष है। और तारों का निर्माण क्षेत्र पहले से ही गैस का घना क्षेत्र है जहां 10 लाख मील प्रति घंटा की धीमी गति से ब्लैक होल का यह गैसीय प्रवाह पहुंचा है।

हेनीज 2-10 गैलेक्सी में तारों की संख्या मिल्की वे के तारों के संख्या की दस प्रतिशत है।दस साल पहले ही सुपरमासिव ब्लैक होल की उत्पत्ति की गुत्थी सुलझने की गुत्थी जाग गई थी।

यह उस प्रभाव के बिलकुल उलट है जो विशाल गैलेक्सी में देखा जाता है, जहां ब्लैक होल में गिर रहे पदार्थ उसकी मैग्नेटिक फील्ड के प्रभाव से प्लाज्मा के जेट के रूप में प्रकाश की गति से बाहर निकलते हैं।

इस जेट प्रवाह में आने वाले गैस के बादल इतने ज्यादा गर्म हो जाते है कि उनसे तारों का निर्माण नहीं हो सकता। लेकिन हेनिज 2-10 में यह प्रवाह धीमी गति से हो रहा है जिससे नए तारों का निर्माण हो रहा है।

हेनीज 2-10 के केवल 3 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर ही होने के कारण हबल ब्लैक होल के प्रवाह की तस्वीरों के साथ स्पैक्ट्रोस्कोपिक प्रमाण दोनों हासिल कर सका।

इसमें हैरानी की बात यह थी कि तारों के निर्माण को रोकने की जगह यह प्रवाह उसमें मददगार हो रहा है। उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में इस गैलेक्सी और उसके ब्लैक होल पर और अध्ययन होगा।

शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि गैलेक्सी और ब्लैक होल के भार के बीच का संबंध और ज्यादा जानकारी दे सकता है। इस ब्लैक होल का भार दस लाख सौर भार है।

विशाल गैलेक्सी में ब्लैक होल का भार एक अरब सौर भार तक हो सकता है। यहां ज्यादा भारी गैलेक्सी होने पर ब्लैक होल का भार भी ज्यादा होता है।

ड्वार्फ गैलेक्सी ब्लैक की उत्पत्ति के संकेत अपने छिपाए रख सकती हैं।

बता दें कि आमतौर पर ब्लैक होल का नाम सुनते ही ब्रह्माण्ड की एक ऐसी भयानक वस्तु का ध्यान आता है जो सब कुछ, यहां तक कि प्रकाश तक निगल लेता है।

ब्लैक होल की धारणा के साथ यह धारणा भी काफी लंबे समय तक रही। ऐसा तब तक माना जाता रहा, जबकि विशेष परिस्थितियों में ब्लैक होल की मैग्नेटिक फील्ड की वजह से होने वाले उत्सर्जन का पता नहीं चला, लेकिन इसके बाद भी इसे निगलने वाले दानव के रूप में देखा जाता रहा है।

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