Major Change in West Bengal after SIR: पश्चिम बंगाल में जारी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर चुनाव आयोग (Election Commission) ने बड़ा खुलासा किया है।
शुक्रवार को आयोग ने SIR के पहले चरण के बाद विधानसभा क्षेत्रवार आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों के अनुसार राज्य में 58 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम Voter लिस्ट से हटा दिए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में नाम कटने के बाद राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
कोलकाता के इलाकों में सबसे ज्यादा कटौती
आंकड़ों के मुताबिक, बंगाल के 294 विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नाम कोलकाता के कुछ प्रमुख इलाकों से हटाए गए हैं। चौरंगी विधानसभा क्षेत्र में 74,553 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। इस सीट से तृणमूल कांग्रेस की विधायक नयना बंद्योपाध्याय हैं।
कोलकाता पोर्ट और टॉलीगंज भी प्रभावित
कोलकाता पोर्ट विधानसभा क्षेत्र से 63,730 नाम हटाए गए हैं। इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व राज्य के वरिष्ठ मंत्री फिरहाद हकीम करते हैं। वहीं, मंत्री अरूप बिस्वास के विधानसभा क्षेत्र टॉलीगंज में 35,309 नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं।
बांकुरा जिले में सबसे कम नाम कटे
बांकुरा जिले के कोतुलपुर विधानसभा क्षेत्र (Kotulpur Assembly Constituency) में सबसे कम 5,678 नाम हटाए गए हैं। यह संख्या राज्य के अन्य क्षेत्रों की तुलना में काफी कम है।
BJP के प्रभाव वाले क्षेत्रों में भी बड़ी कटौती
भाजपा के प्रमुख विधायकों के क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में नाम काटे गए हैं। नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में भी ज्यादा नाम हटाए गए हैं। आसनसोल साउथ से 39,202 नाम हटे हैं, जहां से विधायक अग्निमित्रा पॉल हैं। सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र से 31,181 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं।
क्यों हटाए गए वोटरों के नाम
चुनाव आयोग के अनुसार, मतदाताओं की मृत्यु, उनके दूसरे स्थान पर शिफ्ट होने और डुप्लीकेट एंट्री पाए जाने के कारण नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं।
गोवा, पुडुचेरी, लक्षद्वीप, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में SIR की समयसीमा गुरुवार को समाप्त हो चुकी है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को जारी की जाएगी।
ममता बनर्जी के SIR फॉर्म को लेकर दावा
इस बीच बंगाल BJP के को-इंचार्ज अमित मालवीय ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 11 दिसंबर को पहले चरण के आखिरी दिन अपना SIR फॉर्म भरा।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि फॉर्म जमा करने से कुछ घंटे पहले ममता बनर्जी ने एक रैली में कहा था कि वह SIR फॉर्म नहीं भरेंगी।




