Kedarnath helicopter Crash: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने उत्तराखंड के केदारनाथ मार्ग पर हुए हेलीकॉप्टर हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई और केंद्र सरकार पर हवाई सुरक्षा में लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया।
मंत्री ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “उत्तराखंड के केदारनाथ मार्ग पर आज सुबह हुआ हेलीकॉप्टर हादसा दिल दहला देने वाला है। गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच हुई इस दुर्घटना में 7 श्रद्धालुओं, जिनमें एक मासूम बच्चा भी शामिल है, की दर्दनाक मौत हो गई। यह बेहद दुखद घटना है।
केंद्र सरकार की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं। सुरक्षा व्यवस्था में कमी का ही नतीजा है कि बार-बार ऐसे हादसे सामने आ रहे हैं। केंद्र सरकार को हवाई सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”
हादसे में सात लोगों की मौत
हादसा रविवार सुबह करीब 5:30 बजे हुआ, जब आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का एक हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी की ओर जा रहा था। खराब मौसम और कम दृश्यता के कारण हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास जंगल में क्रैश हो गया और उसमें आग लग गई।
इस हादसे में पायलट राजवीर सिंह चौहान सहित सात लोगों की मौत हो गई, जिसमें पांच यात्री और बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति का एक कर्मचारी शामिल था।
यात्रियों की पहचान श्रद्धा राजकुमार जायसवाल (35) और उनके दो साल के बच्चे काशी (महाराष्ट्र), राजकुमार सुरेश जायसवाल (41, गुजरात), विक्रम सिंह रावत (उत्तराखंड), विनोद देवी (66) और तुष्टि सिंह (19, उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है।
हेलीकॉप्टर सेवाओं को दो दिनों के लिए किया गया निलंबित
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख जताते हुए हेलीकॉप्टर सेवाओं को दो दिनों (15-16 जून) के लिए निलंबित कर दिया। उन्होंने कड़े मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने और एक उच्च-स्तरीय जांच समिति गठित करने का आदेश दिया है।
समिति पिछले हादसों की भी जांच करेगी और लापरवाही के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों या संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश करेगी।
केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने आर्यन एविएशन की चारधाम यात्रा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और दो पायलटों के लाइसेंस छह महीने के लिए रद्द कर दिए हैं। प्रारंभिक जांच में खराब मौसम और कम दृश्यता को हादसे का कारण बताया गया है। विस्तृत जांच के लिए विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बार-बार हादसों पर सवाल
यह हादसा उत्तराखंड में छह सप्ताह में पांचवां हेलीकॉप्टर हादसा है, जिसने चारधाम यात्रा के दौरान हवाई सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सिंगल-इंजन हेलीकॉप्टरों का उपयोग, खराब मौसम मूल्यांकन और नियामक निगरानी की कमी इसके प्रमुख कारण हो सकते हैं।
मंत्री अंसारी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि हवाई सुरक्षा को और सुदृढ़ किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।