Pahalgam Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग शहीद हुए, जिनमें अनंतनाग के हापतनार निवासी खच्चर चालक सैयद आदिल हुसैन शाह (32) भी शामिल थे।
सैयद ने आतंकियों से भिड़कर पर्यटकों की जान बचाने की कोशिश की थी। बुधवार, 23 अप्रैल को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हापतनार में सैयद के जनाजे की नमाज में हिस्सा लिया और उनके परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
उसी दिन, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बायसरन मीडो का दौरा कर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और सेना-पुलिस के अधिकारियों से घटना की जानकारी ली।
आतंकियों ने तीन बार सीने में मारी गोली
सैयद के छोटे भाई सैयद नौशाद ने बताया, “मेरे भाई पर्यटकों को खच्चर की सवारी कराने गए थे। एक पर्यटक, जिसके पिता हमले में मारे गए, ने SMHS अस्पताल में उनकी वीरता के बारे में बताया। आतंकियों ने उन्हें तीन बार सीने में गोली मारी। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है।”
सैयद की बहन अस्मा ने कहा, “मंगलवार सुबह मैंने उन्हें बायसरन न जाने को कहा था, क्योंकि मुझे कुछ अनहोनी का डर था। लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं मानी।
रात 10 बजे हमें उनकी शहादत की खबर मिली।” उनके पिता सैयद हैदर शाह ने कहा, “मेरे बेटे की हत्या ने हमें तोड़ दिया है। वह हमारा इकलौता सहारा था।” सैयद के परिवार में उनकी मां, पिता, छोटा भाई, और बहन हैं।
परिवार के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा
बायसरन मीडो में मंगलवार दोपहर 2:50 बजे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) के 4-6 आतंकियों ने सैन्य वर्दी में पर्यटकों पर हमला किया।
आतंकियों ने धर्म पूछकर ज्यादातर पुरुषों को निशाना बनाया। सैयद आदिल, जो पर्यटकों को खच्चर पर घुमा रहे थे, ने आतंकियों से विनती की कि पर्यटक कश्मीर के मेहमान हैं।
जब बात नहीं बनी, तो उन्होंने एक आतंकी से उसकी राइफल छीनने की कोशिश की। इस दौरान उन्हें गोली लगी, और अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हापतनार में सैयद के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “सैयद ने आतंकियों को रोकने की कोशिश की, जिसके लिए उन्हें निशाना बनाया गया। उनकी बहादुरी ने कई जिंदगियां बचाईं।
सरकार इस मुश्किल वक्त में परिवार के साथ है और उनकी हरसंभव मदद करेगी।” सैयद के परिवार में उनकी मां, पिता, और छोटी बहन हैं, और वह परिवार के इकलौते कमाने वाले थे। जम्मू-कश्मीर सरकार ने उनके परिवार के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 23 अप्रैल को हेलिकॉप्टर से बायसरन पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, जिसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के DGP नलिन प्रभात और 15वीं कोर के GOCलेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव शामिल थे, ने उन्हें हमले की जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकी घने देवदार के जंगलों और पहाड़ी रास्तों से बायसरन पहुंचे। शाह ने इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया और श्रीनगर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा व अन्य अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा की।
उन्होंने X पर लिखा, “पहलगाम हमले के दोषियों को कठोर सजा दी जाएगी। भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा।”