Pahalgam Terror Attack :जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बायसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 लोग शहीद हुए, जिनमें भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (26) भी शामिल हैं।
हरियाणा के करनाल निवासी विनय अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून के लिए पहलगाम गए थे।
उनकी शादी 16 अप्रैल को हुई थी। हमले में हिमांशी सुरक्षित रहीं, लेकिन विनय को आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर गोली मार दी। विनय का पार्थिव शरीर 23 अप्रैल को दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया, जहां दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और नौसेना के अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद उनका शव अंतिम संस्कार के लिए करनाल ले जाया गया। PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने हमले की कड़ी निंदा की और कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
विनय नरवाल और हिमांशी की कहानी
विनय नरवाल, करनाल के सेक्टर 7 के निवासी, दो साल पहले नौसेना में शामिल हुए थे और कोच्चि में तैनात थे। उनकी शादी 16 अप्रैल 2025 को गुरुग्राम की हिमांशी के साथ उत्तराखंड में डेस्टिनेशन वेडिंग के रूप में हुई थी।
19 अप्रैल को करनाल में रिसेप्शन हुआ। दंपति ने हनीमून के लिए यूरोप जाने की योजना बनाई थी, लेकिन वीजा न मिलने के कारण उन्होंने कश्मीर का रुख किया। 21 अप्रैल को वे श्रीनगर पहुंचे और 22 अप्रैल को बायसरन मीडो घूमने गए।
हमले के दौरान, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकियों ने सैन्य वर्दी में पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने विनय से उनका नाम और धर्म पूछा और फिर उनकी छाती, गर्दन, और बांह में गोलियां मारी।
हिमांशी ने बताया, “हम भेलपुरी खा रहे थे, तभी आतंकियों ने विनय को गोली मार दी।” हमले के बाद हिमांशी का विनय के शव के पास बदहवास बैठे होने की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए
जिसने लाखों लोगों का दिल तोड़ दिया।
23 अप्रैल को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर विनय के पार्थिव शरीर को लाया गया। हिमांशी ने ताबूत से लिपटकर उन्हें अंतिम विदाई दी और कहा, “आपकी वजह से कई लोग जिंदा हैं। हमें हमेशा आप पर गर्व रहेगा।
” वह रोते-रोते बेसुध हो गईं, और परिवार वालों ने उन्हें संभाला। विनय का अंतिम संस्कार उसी दिन शाम 5:00 बजे करनाल के मॉडल टाउन श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ हुआ, जहां हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी मौजूद रहे।