Ranchi News: रांची के धुर्वा थाना (Dhurva Police Station) में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां सहायक उपनिरीक्षक (Assistant Sub-Inspector, ASI) सुदिन रविदास ने थाना मुंशी उदय शंकर यादव पर मारपीट (Assault) का आरोप लगाया है।
ASI सुदिन रविदास ने शनिवार को रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (Senior Superintendent of Police, SSP) से लिखित शिकायत की, जिसमें उन्होंने घटना का विवरण दिया।
संदिग्धों को छोड़ने पर शुरू हुआ विवाद
शिकायत के अनुसार, 27 जून की रात ASI सुदिन रविदास की आउटडोर ड्यूटी (Outdoor Duty) थी। पेट्रोलिंग (Patrolling) के दौरान उन्होंने जगन्नाथपुर रथ मेला परिसर से मोबाइल चोरी और झपटमारी (Mobile Theft and Snatching) के आरोप में 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया और पूछताछ के लिए थाने लाया।
सुदिन का दावा है कि उनकी जानकारी के बिना मुंशी उदय शंकर यादव ने इनमें से छह संदिग्धों को छोड़ दिया। शनिवार को जब ASI ने इस बारे में सवाल किया, तो मुंशी ने बताया कि उन्होंने थाना प्रभारी (Station In-Charge) को सूचित कर संदिग्धों को रिहा किया था। ASI ने पूछा कि जब उन्होंने स्वयं संदिग्धों को पकड़ा था, तो उन्हें क्यों नहीं बताया गया।
गाली-गलौज और मारपीट का आरोप, मुंशी ने किया इनकार
ASI सुदिन रविदास का आरोप है कि इस सवाल पर मुंशी उदय शंकर यादव ने उनके साथ गाली-गलौज (Verbal Abuse) शुरू कर दी। जब ASI ने संदिग्धों को छोड़ने को गलत बताया, तो उदय शंकर ने थाना परिसर में ही उन पर हमला (Physical Assault) कर दिया और कथित तौर पर धमकी दी, “आज तुमको जान से मार देंगे।”
सुदिन का दावा है कि मारपीट के कारण वे बेहोश (Unconscious) हो गए। होश में आने के बाद उन्होंने SSP से शिकायत दर्ज की।
वहीं, मुंशी उदय शंकर यादव ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि उन्होंने कोई मारपीट नहीं की। उन्होंने जांच (Investigation) की मांग की है ताकि सच सामने आ सके।
जांच के इंतजार में पुलिस प्रशासन, घटना ने उठाए सवाल
यह घटना पुलिस विभाग के आंतरिक अनुशासन (Internal Discipline) पर सवाल उठाती है, खासकर तब जब हाल के महीनों में रांची और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं। SSP ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, मामले की जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं।