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झारखंड में 22 जनवरी से 27 जनवरी के बीच नक्सली घटनाक्रम, निशाने पर रहे रेलवे ट्रैक, पुल और मोबाइल टॉवर

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रांची: झारखंड में पिछले एक सप्ताह में अलग-अलग जिलों में नक्सलियों ने कई घटनाओं को अंजाम देकर उपस्थिति दर्ज कराई है।

नक्सली संगठन ने बंद से पहले भाकपा माओवादी के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव और एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा, उसकी पत्नी शीला मरांडी उर्फ शीला दी की गिरफ्तारी के विरोध में 21 जनवरी से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मनाया। इस दौरान पुल, रेलवे ट्रैक और मोबाइल टॉवर को क्षतिग्रस्त करने के साथ गणतंत्र दिवस पर सरकारी परिसरों सहित कई जगहों पर काले झंडे फहराए गए।

22 जनवरी से 27 जनवरी के बीच नक्सली घटनाक्रम

गिरिडीह में नक्सलियों ने ब्लास्ट कर उड़ाया रेलवे ट्रैक

झारखंड में गिरिडीह के पास नक्सलियों ने 26 जनवरी की देर रात बम ब्लास्ट कर रेलवे ट्रैक उड़ा दिया। घटना की जानकारी मिलते ही एहतियाती तौर पर हावड़ा-गया-दिल्ली रेल मार्ग पर ट्रेनों का आवागमन रोक दिया गया है।

साथ ही कुछ ट्रेनों के रूट भी बदले गए हैं। हालांकि, रेलवे ट्रैक को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा है।

गिरिडीह में धनबाद-गया रेलखंड के अंतर्गत सरिया थाना क्षेत्र के चिचाकी और चौधरीबांध के बीच में नई दिल्ली- हावड़ा रेल लाइन के अप और डाउन ट्रैक को विस्फोट से उड़ा दिया।

इससे इन रूटों पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। घंटों मशक्कत के बाद ट्रेनों का आवागमन सामान्य हो सका।

बताया जाता है कि गिरिडीह में रात लगभग 12:15 बजे नक्सलियों का दस्ता पहुंचा। रेल पटरी पर पोल संख्या 334/13 और 14 के बीच विस्फोट कर ट्रैक को उड़ा दिया।

इस दौरान मौके पर प्रतिरोध दिवस और बंदी का पर्चा भी छोड़ा गया। गुरुवार सुबह घटना की सूचना पर सरिया-बगोदर और अन्य जिले की पुलिस मौके पर पहुंची है। इसके बाद रेलवे कर्मचारियों ने ट्रैक की मरम्मत कर ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया।

इन ट्रेनों का संचालन प्रभावित

घटना के कारण इस रूट से होकर गुजरने वाली ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ। गंगा-दामोदर एक्सप्रेस चौधरी बांध स्टेशन पर, जोधपुर-हावडा एक्सप्रेस हजारीबाग रोड स्टेशन पर, हटिया इस्लामबाद एक्सप्रेस पारसनाथ स्टेशन पर तथा हावडा मुम्बई मेल, लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस समेत कई अन्य ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर करीब तीन घंटे रुकी रहीं। घटना के बाद आसपास के इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ ने सर्च अभियान चलाया।

चतरा में यातायात व्यवस्था प्रभावित

चतरा जिले में भाकपा माओवादियों के बंदी का व्यापक असर है। यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित है। माल वाहक और यात्री वाहनों का परिचालन नहीं हो रहा है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। जिला मुख्यालय से रांची, हजारीबाग, गया, कोडरमा, चौपारण एवं अन्य दूसरी जगहों के लिए चलने वाली यात्री बसों के पहियों पर ब्रेक लगा हुआ है। बस एवं टैक्सी स्टैंडों में यात्री परेशान हैं।

गणतंत्र दिवस पर गिरिडीह, हजारीबाग और चतरा में नक्सलियों का दुस्साहस

गणतंत्र दिवस पर तीन जिलों में नक्सलियों ने दुस्साहस दिखाया। नक्सलियों ने कई सरकारी इमारतों और परिसर में गणतंत्र के विरोध स्वरूप काला ध्वज फहराया है।

इसके अलावा हजारीबाग के बिष्णुगढ़ में नक्सलियों ने मोबाइल टॉवर उड़ा दिया। गिरिडीह के डुमरी और मधुबन इलाके में झंडा लगाया गया है। वहीं गुमला के बिशुनपुर में स्कूल में काला झंडा लगाया गया है।

गुमला में नक्सलियों ने काला झंडा फहराया

गुमला जिले के बिशुनपुर थाना अंतर्गत टेमरकरचा स्कूल के समीप नक्सलियों ने काला झंडा फहरा कर गणतंत्र दिवस और आजादी का विरोध जताया।

घटना की सूचना पर मिलने के बाद पुलिसकी टीम मौके पर पहुंची और काला झंडा हटाया। पुलिस ने नक्सलियों के फेंके गए पर्चा को भी जब्त किया गया।

मामले की पुष्टि करते हुए अभियान एसपी गुमला मनीष कुमार ने बताया कि बुधवार की सुबह सूचना मिली कि नक्सलियों ने काला झंडा फहराया है। पुलिस की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन में जुटी है।

हजारीबाग में मोबाइल टॉवर उड़ाया

हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के खरकी में 26 जनवरी की सुबह माओवादियों ने मोबाइल टॉवर के समीप लगाए गए उपकरणों को उड़ा दिया।

यह स्थान प्रखंड मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर है। विस्फोट से टॉवर को भी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा कुछ दूर पर स्थित उत्क्रमित खरकी विद्यालय में बम लगा दिया था।

सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची सीआरपीएफ की टीम ने बम को निष्क्रिय कर दिया है। इसके अलावा यहां पर भी काला झंडा भी लगाया गया था।

पुलिस ने उसे उतार दिया। घटना की सूचना के बाद पुलिस वहां कैंप कर रही है। जंगल क्षेत्र में छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा मडमो के विद्यालय में काला झंडा लगाया है।

गिरिडीह में काला झंडा फहराया

गिरिडीह के डुमरी और मधुबन इलाके में नक्सलियों ने काला झंडा फहराया है। डुमरी थाना क्षेत्र अमरा पंचायत सचिवालय के सामने नक्सलियों ने काला झंडा फहराया है।

26 जनवरी की सुबह देर तक काला झंडा पंचायत सचिवालय के मुख्य द्वार के सामने कुछ दूरी पर लगाया गया था। झंडे के नीचे और सचिवालय के मुख्य दरवाजे पर्चा भी छोड़ा गया है।

इसमें बिहार झारखण्ड स्पेशल एरिया कमेटी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी की ओर से पार्टी के टॉप लीडर किशन दा और शीला दी को समुचित स्वास्थ्य सुविधा देने, राजनीति बंदी का दर्जा देने, बिना शर्त रिहा करने की मांग की गई है। नक्सलियों ने सरकार के खिलाफ जन प्रतिरोध आंदोलन को जोर करने की बात कही गई है।

लातेहार में बरवाडीह-छिपादोहर रेलवे स्टेशन के बीच मिला सिलेंडर बम

धनबाद रेलमंडल के बरवाडीह-बरकाकाना रेलखंड पर बरवाडीह-छिपादोहर रेलवे स्टेशन के बीच सिलेंडर बम मिलने से सनसनी फैल गयी।

इसके कारण करीब तीन घंटे तक रेल परिचालन बाधित रही। रेलवे ट्रैक से सिलेंडर को हटाने के बाद रेल परिचालन सामान्य हुआ। बाद में गैस सिलेंडर को बीडीएस की टीम ने पास के जंगल में ले जाकर विस्फोट कर नष्ट किया।

गणतंत्र दिवस के मद्देनजर और नक्सलियों का प्रतिरोध सप्ताह को देखते हुए रेलवे अलर्ट पर था। बुधवार रात करीब एक बजे बरवाडीह-छिपादोहर रेल लाइन के पोल संख्या 247/10 के पास डाउन लाइन में पेट्रोलिंग कर रहे पीडब्ल्यूआई के पेट्रोलमैन बैजू कुमार साह और अविनाश कुमार भारती को रेलवे ट्रैक के पास एक बोरे में सिलेंडर रखा हुआ दिखा।

उन्होंने तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल को देते हुए रेल खंड में परिचालन को बंद करवाया।

गढ़वा में टिफिन बम बरामद

गढ़वा जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र के बहराटोली गांव में 25 जनवरी को नक्सलियों ने एक कच्ची सड़क में टिफिन बम प्लांट किया था।

पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों की ओर से इलाके में चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में शामिल जवानों को उड़ाने के लिए यह विस्फोटक लगाया गया था।

सुरक्षा बलों ने इसे पहले ही खोज निकला। इसके बाद बम को डिफ्यूज किया गया। इस दौरान जोरदार आवाज हुई। इससे आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई।

गिरिडीह में पुल को किया क्षतिग्रस्त

प्रतिरोध दिवस के दूसरे दिन 22 जनवरी की रात दस्ते के सदस्यों ने गिरिडीह जिले में फिर उत्पात मचाया है।

नक्सलियों ने मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के सिंदवरिया पंचायत के बरागढहा बराकर नदी पर स्थित पुल पर ब्लास्ट कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया।

इस पुल के निर्माण की आधारशिला 26 जनवरी, 2018 को रखी गयी थी। फिलहाल इस पर आवागमन प्रारंभ हो गया था।

जमशेदपुर में रेल पटरी उड़ायी

पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) के चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग के डेरूवां और पोसैता रेलवे स्टेशन के बीच पड़ने वाली कारो नदी पुल के समीप 21 जनवरी को नक्सलियों ने रेल पटरी को उड़ा दिया।

इस कारण ट्रेनों का परिचालन सिंगल लाइन से कराने के लिए गीतांजली एक्सप्रेस को गोइलकेरा स्टेशन पर रोका गया। घटनास्थल से एक डेटोनेटर भी बरामद किया गया।

गिरिडीह में मोबाइल टॉवर उड़ाया

गिरिडीह जिले में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की ओर से घोषित प्रतिरोध दिवस के पहले दिन 21 जनवरी की रात दस्ते के सदस्यों ने उत्पात मचाया है।

नक्सलियों ने पीरटांड़ थाना क्षेत्र के खुखरा और मधुबन थाना क्षेत्र के मधुबन में मोबाइल टॉवर को उड़ा दिया है। इसमें करोड़ों रुपये के नुकसान का अनुमान है।

गिरिडीह जिला के पीरटांड़ इलाके में बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी ने पर्चा जारी कर कहा था कि भाकपा माओवादी के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो कमेटी के सचिव और एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और उनकी पत्नी शीला मरांडी को जल्द बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को लेकर 21 जनवरी से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है।

राज्यव्यापी बंदी का व्यापक असर

राज्य के कई जिलों में भाकपा माओवादियों की राज्यव्यापी बंदी का व्यापक असर रहा। यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित रही।

मालवाहक एवं यात्री वाहनों का परिचालन नहीं हुआ। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। चतरा जिला मुख्यालय से रांची, हजारीबाग, गया, कोडरमा, चौपारण एवं अन्य दूसरी जगहों के लिए चलने वाली यात्री बसों के पहियों पर ब्रेक लगा रहा।

यात्री वाहनों का परिचालन नहीं होने से लोग खासे परेशान हैं। शादी-ब्याह के सीजन में माओवादियों की बंदी से आम लोगों में खास नाराजगी देखी गई।

उल्लेखनीय है कि भाकपा माओवादियों ने एक करोड़ के इनामी और ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो कमेटी के सचिव प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी को जल्द बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के को लेकर 21 जनवरी से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मनाया। प्रतिरोध दिवस खत्म होने के बाद 27 जनवरी को झारखंड और बिहार बंद बुलाया।

उल्लेखनीय है कि 12 नवंबर को ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव और एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा, उनकी पत्नी शीला मराण्डी उर्फ शीला दी, बिरेन्द्र हांसदा उर्फ जितेन्द्र, राजू टुडू उर्फ निखिल उर्फ बाजु, कृष्णा बाहदा उर्फ हेवेन और गुरुचरण बोदरा को गिरफ्तार किया था।

पुलिस ने प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी के पास से चार मोबाइल, दो एसएसडी एक पेन ड्राइव 1.51 लाख रुपये सहित अन्य सामान बरामद किया था।

प्रशांत बोस के पास से बरामद हुए पेन ड्राइव और एसएसडी में नक्सली संगठन के कई दस्तावेज थे, जो सरकार के खिलाफ और नक्सली संगठन के समर्थन में प्रचार संगठन के पत्र और अन्य दस्तावेज की सॉफ्ट कॉपी है।

सरायकेला जिला के कांड्रा थाना अंतर्गत गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा के पास चेकिंग के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया था। सांसद सुनील महतो का हत्या सहित 50 से अधिक मामलों में प्रशांत की तलाश पुलिस को थी।

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