HomeUncategorizedPOS पर लेनदेन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, त्यौहारी सीजन में जमकर हुई...

POS पर लेनदेन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, त्यौहारी सीजन में जमकर हुई क्रेडिट कार्ड से खरीददारी

Published on

spot_img
spot_img
spot_img

मुंबई: अक्टूबर और नवंबर के बीच भारत में कई बड़े पर्व-जैसे नवरात्र और दिवाली का माहौल छाया रहा। इस बीच, लोगों ने जमकर नए सामानों की खरीदारी की। इस त्यौहारी सीजन के दौरान, प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) (POAS)और ई-कॉमर्स पेमेंट में दमदार बढ़ोतरी की वजह से भारतीयों के बीच क्रेडिट कार्ड खर्च 25.35 फीसदी बढ़कर अक्टूबर 2023 में 1.78

ट्रिलियन यानी लाख करोड़ रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सितंबर 2023 में क्रडिट कार्ड से होने वाला खर्च 1.42 ट्रिलियन रुपये था। एक रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में हाई क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन मुख्य रूप से त्यौहारी सीजन की शुरुआत और ग्राहकों की मजबूत खरीद के कारण था। पीओएस(POAS) पर लेनदेन बढ़कर 57774.35 करोड़ रुपये हो गया जबकि ई-कॉमर्स पेमेंट बढ़कर 120794.40 करोड़ रुपये हो गया।

ICICI ने लेनदेन में बढ़ोतरी

बैंकों की बात करें तब क्रेडिट कार्ड प्रमुख HDFC बैंक का लेनदेन पिछले महीने के 38661.86 करोड़ रुपये से घटकर 45173.23 करोड़ रुपये हो गया। ICICI ने लेनदेन में 34158 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की, जबकि एक्सिस बैंक के क्रेडिट कार्ड से लेनदेन में 21728.93 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। पब्लिक सेक्टर यानी सरकारी कंपनी की बात करें तब SBI कार्ड्स ने पिछले महीने के 24966.69 करोड़ से लेनदेन में 35406.01 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की।

इस बीच, प्राइवेट बैंकों के नेतृत्व में घरेलू बैंकिंग इंडस्ट्री में अक्टूबर में 16.9 लाख क्रेडिट कार्ड की संख्या बढ़कर सितंबर में 9.302 करोड़ से 9.471 करोड़ हो गई। हालांकि, आगे बढ़ते हुए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के असुरक्षित कर्ज के लिए जोखिम भार (रिस्क वेटेज) बढ़ाने के आदेश के कारण, Credit Card इंडस्ट्री को कर्ज में कम बढ़ोतरी देखने की संभावना है।

spot_img

Latest articles

रांची को अतिक्रमण-मुक्त और स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम की दो अहम बैठकों में बड़े निर्देश

Important meetings of the Municipal Corporation: रांची नगर निगम में शुक्रवार को शहर की...

इंडिगो संकट पर DGCA सख्त: CEO पीटर एल्बर्स दोबारा पूछताछ में हुए शामिल

DGCA Cracks down on IndiGo crisis : देश की सबसे बड़ी निजी एयरलाइंस कंपनियों...

खबरें और भी हैं...