Violence on Hul Day: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के दो करीबी सहायकों को गोड्डा पुलिस ने हथियारों और आपत्तिजनक सामग्री के साथ गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान सुधीर कुमार और गणेश कुमार के रूप में हुई है। सुधीर, जो जमशेदपुर का निवासी है, चंपई सोरेन का सोशल मीडिया प्रबंधन संभालता था, जबकि गणेश ओडिशा का रहने वाला है।
हिंसा के पीछे साजिश का खुलासा
पुलिस के अनुसार, सुधीर और गणेश भोगनाडीह में हुई हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता थे। इन दोनों ने सुनियोजित तरीके से हिंसा को अंजाम दिया। पुलिस ने इनके पास से हथियार और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। जांच में आशंका जताई जा रही है कि इनका गैंग और भी बड़ा और खतरनाक हो सकता है।
सुधीर का चंपई सोरेन और BJP से कनेक्शन
सुधीर कुमार का संबंध न केवल पूर्व CM चंपई सोरेन से रहा है, बल्कि वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) से भी जुड़ा हुआ था। वह चंपई सोरेन के सोशल मीडिया प्रभारी के रूप में काम कर चुका है। इस कनेक्शन के चलते पुलिस इस मामले की जांच को और गंभीरता से कर रही है, ताकि कोई भी सुराग छूटने न पाए।
पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है और जल्द ही अन्य संदिग्धों के बारे में जानकारी सामने आने की संभावना है।
हूल दिवस पर हिंसा
भोगनाडीह, साहिबगंज, में हूल दिवस (Santhal Rebellion Commemoration) के दौरान आदिवासियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई, जब प्रशासन ने एक समानांतर पंडाल (Parallel Pandal) हटाने की कोशिश की। पुलिस ने आंसू गैस (Tear Gas) और लाठीचार्ज (Lathi Charge) का इस्तेमाल किया, जिसकी BJP नेताओं ने निंदा की।
इस घटना को BJP ने “आदिवासी दमन” (Tribal Suppression) करार दिया, जबकि JMM ने इसे BJP की साजिश बताया। गोड्डा पुलिस ने दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त (Seized Mobile Phones) किए हैं और कॉल रिकॉर्ड्स (Call Records) की जांच कर रही है। SP मुकेश कुमार ने कहा कि जरूरत पड़ने पर हिरासत (Custody) बढ़ाई जा सकती है।


