Wing Commander Vyomika Singh: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े सैन्य तनाव में ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को भारत की ताकत दिखाई। इस ऑपरेशन की ब्रीफिंग में विंग कमांडर व्योमिका सिंह का नाम गूंजा, जिन्होंने अपनी साहसी उड़ानों और नेतृत्व से देश का मान बढ़ाया।
लखनऊ की इस बेटी ने न केवल आतंक के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई को आवाज दी, बल्कि महिलाओं की सशक्त भूमिका को भी उजागर किया। लेकिन समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव की उनकी जाति को लेकर की गई टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया है।
रामगोपाल यादव का विवादित बयान
मुरादाबाद में एक कार्यक्रम में रामगोपाल यादव ने कहा, “मैं आपको बता दूं, व्योमिका सिंह हरियाणा की जाटव हैं और एयर मार्शल एके भारती पूर्णिया के यादव हैं। तीनों पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (PDA) वर्ग से हैं। एक को मुसलमान समझकर गाली दी गई (कर्नल सोफिया कुरैशी), एक को राजपूत समझकर छोड़ दिया, और भारती की जानकारी नहीं थी।
अब अखबारों में छपने के बाद सोच रहे हैं कि क्या करें।”
इस बयान पर यूपी CM योगी आदित्यनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी, कहा, “सेना के यूनिफॉर्म को जाति के चश्मे से नहीं देखना चाहिए। यह देश का अपमान है।” मायावती (BSP) ने भी इसे शर्मनाक करार देते हुए कहा, “सेना को जाति या धर्म के आधार पर बांटना निंदनीय है। BJP और SP दोनों इस मुद्दे पर गलत हैं।”
X पर यूजर्स ने यादव की टिप्पणी को “विभाजनकारी” बताया, जबकि कुछ ने लिखा, “विंग कमांडर व्योमिका सिंह की उपलब्धि पर गर्व है, जाति की बात क्यों?”
कौन हैं व्योमिका सिंह?
लखनऊ में जन्मी विंग कमांडर व्योमिका सिंह का नाम, जिसका अर्थ है “आकाश की बेटी”, उनकी नियति को दर्शाता है। उन्होंने सेंट एंथनी स्कूल, लखनऊ से पढ़ाई की और दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से पर्यावरण इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। स्कूल के दिनों में ही NCC कैडेट के रूप में सैन्य अनुशासन की नींव रखी।
उनकी प्रेरणा छठी कक्षा में मिली, जब एक सहपाठी ने उनके नाम का अर्थ सुनकर कहा, “तुम आकाश की मालिक हो!”
2004 में भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त करने वाली व्योमिका शुरुआती महिला हेलीकॉप्टर पायलटों में से एक हैं। उन्होंने चेतक और चीता हेलीकॉप्टरों के साथ 2500+ घंटे की उड़ान भरी, जिसमें जम्मू-कश्मीर और नॉर्थईस्ट के दुर्गम इलाकों में मिशन शामिल हैं।
नवंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश में एक हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू मिशन और 2021 में माउंट मणिरंग (21,650 फीट) पर ऑल-विमेन त्रि-सेवा पर्वतारोहण अभियान उनकी उपलब्धियों में शुमार हैं।
बापोड़ा की बहू, फौजियों का गांव
व्योमिका की शादी हरियाणा के भिवानी जिले के बापोड़ा गांव में हुई, जिसे “फौजियों का गांव” कहा जाता है। यह वही गांव है, जहां से पूर्व सेना प्रमुख और मिजोरम के गवर्नर जनरल वीके सिंह आते हैं।
उनके पति विंग कमांडर दिनेश सिंह सभ्रवाल भी IAF में हैं, और उनके ससुर प्रेम सिंह सभ्रवाल हरियाणा में जिला आबकारी और कराधान नियंत्रक के पद से रिटायर्ड हैं। बापोड़ा की 86 वर्षीय रामदेई, व्योमिका की सास, ने कहा, “हमारी बहू ने गांव और देश का नाम रोशन किया। हर घर में ऐसी बेटियां हों।”