Homeझारखंडरांची पुलिस के सामने TSPC के एरिया कमांडर राहुल गंझू ने किया...

रांची पुलिस के सामने TSPC के एरिया कमांडर राहुल गंझू ने किया सरेंडर

Published on

spot_img

TSPC Commander Rahul Ganjhu Surrender : तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC) के एरिया कमांडर राहुल गंझू (Rahul Ganjhu) ने सोमवार को Ranchi पुलिस के समक्ष सरेंडर (Surrender) कर दिया।

SSP कार्यालय में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में राहुल ने रांची SSP चंदन सिन्हा के समक्ष सरेंडर किया।

राहुल गंझू उर्फ खलील रांची जिला के बुढ़मू थाना क्षेत्र के सिरम का रहने वाला है। राहुल ने कहा कि TSPC संगठन लेवी (Levy) वसूली की पार्टी हो गई है।

संगठन के शीर्ष उग्रवादी नीचे के कमांडर का शोषण और सिद्धांत के विपरीत कार्य करने और ग्रामीणों को प्रताड़ित के लिए दबाव बनाते हैं।

राहुल के खिलाफ रांची और चतरा जिले के अलग-अलग थाना में कुल 21 मामले दर्ज हैं।

2016 में शामिल हुआ था TSPC में

राहुल गंझु ने बताया कि उसका प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही राजीव गांधी हाई स्कूल से 9वी कक्षा तक हुआ। गांव के आसपास जंगली क्षेत्र होने के कारण TSPC संगठन के नक्सलियों का आना-जाना लगा रहता था।

उसी समय इनकी जान पहचान नक्सली सागर गंझू तथा जगु उर्फ जागेश्वर गंझू एवं उनके दस्ता सदस्यों से हुई।

किशुन गंझू के कहने पर वर्ष 2016 में टीएसपीसी संगठन में शामिल हुआ। वर्ष 2019 में जोनल कमांडर जगु उर्फ जागेश्वर गंझू पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।

उसके बाद सबजोनल कमांडर रामेश्वर महतो उर्फ पहाड़ी को टीम का कमांडर बनाया गया। उस समय टीम में कियावादी के अलावा रामेश्वर महतो उर्फ पहाड़ी, दिनेशजी, मनोज मुण्डा, अर्जुन मुण्डा, अशोक गंझू, संतोष गंझू, विकम गंझू एवं जितेन्द्र गंझू थे।

रामेश्वर महतो उर्फ पहाड़ी के कहने पर कियावादी को 01 वर्ष संगठन में रहने के बाद वर्ष 2017 में 315 बोर राईफल दिया गया। वर्ष 2020 में उसे एरिया कमांडर बना दिया गया। साथ ही एके 47 राईफल दिया गया।

राहुल को उमेडण्डा, बुढ़मू, खलारी, चान्हों, माण्डर, रातु इलाके की जिम्मेदारी सौपी गई। इन्हें इलाके में चल रहे सरकारी कार्य में ठेकेदारों से लेवी लेने का मुख्य कार्य सौंपा गया।

राहुल को पुलिस ने 20 दिसम्बर, 2021 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वर्ष 2023 में होटवार जेल रांची से बाहर निकलने के बाद सबजोनल कमांडर रामेश्वर महतो उर्फ पहाड़ी से मिला एवं पार्टी में पुनः शामिल हो गया तथा पार्टी का काम करने लगा।

इस वर्ष फरवरी में दस्ते के साथ एचपी पेट्रोल पम्प चकमे थाना बुड़मू के मालिक को धमकी दिया एवं फायरिंग भी किया।

इससे पहले जनवरी में फ्लाई ओवर निर्माण रातु के ठेकेदार को लेवी के लिए धमकी दिया। फरवरी में जनप्रतिनिधि मोहन जयसवाल को लेवी के लिए धमकी दिया।

वर्ष 2023-24 में बुड़मू खलारी, छापर, माण्डर के जमीन कारोबारियों ईट, भट्ठा बालु खनन, ठेकेदारों को लेवी के लिए धमकी दिया। मई में सीरम के जंगलों में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था।

राहुल गंझू ने नक्सली साथियों से अपील किया कि वे लोग भी झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ लेकर हथियार डालें।

पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दें। नक्सली राहुल गंझू उर्फ खलिल झारखंड पुलिस के लिए लगातार चुनौती बना हुआ था। इनके आत्मसमर्पण से टीपीसी संगठन को बड़ा झटका लगा है और संगठन काफी कमजोर हुआ है।

spot_img

Latest articles

सहारा की ज्यादातर संपत्तियां अडानी के हवाले? सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी का इंतजार

New Delhi News: सहारा समूह का लंबे समय से अटका वित्तीय विवाद अब एक...

अगस्त 2025 में भारत के स्मार्टफोन निर्यात में 39% की उछाल

Smartphone exports jump 39%: भारत के स्मार्टफोन निर्यात ने अगस्त 2025 में शानदार प्रदर्शन...

गाजा में इजरायली हमलों में 17 फलस्तीनियों की मौत

Israeli attacks in Gaza: गाजा पट्टी में गुरुवार को इजरायली हमलों में कम से...

खबरें और भी हैं...

सहारा की ज्यादातर संपत्तियां अडानी के हवाले? सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी का इंतजार

New Delhi News: सहारा समूह का लंबे समय से अटका वित्तीय विवाद अब एक...

अगस्त 2025 में भारत के स्मार्टफोन निर्यात में 39% की उछाल

Smartphone exports jump 39%: भारत के स्मार्टफोन निर्यात ने अगस्त 2025 में शानदार प्रदर्शन...