Many Train Proposals Are Stuck: झारखंड रेल यूजर्स एसोसिएशन द्वारा दायर एक RTI में रांची रेल मंडल (Ranchi Railway Division) से संबंधित कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं।
एसोसिएशन ने दक्षिण पूर्व रेलवे, कोलकाता से नई ट्रेनों की शुरुआत, पुराने रूटों पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाने और कई सेवाओं के विस्तार को लेकर जानकारी मांगी थी।
RTI के जवाब में यह बात सामने आई कि कई प्रस्ताव रेलवे बोर्ड तक पहुंचे जरूर हैं, लेकिन सालों से लंबित पड़े हुए हैं। वहीं, कुछ प्रस्ताव ऐसे भी हैं जो रांची डिवीजन से भेजे ही नहीं गए।
कई जरूरी प्रस्ताव भेजे ही नहीं गए
RTI रिपोर्ट के अनुसार रांची–इंदौर, रांची–हरिद्वार और रांची–अहमदाबाद ट्रेन के प्रस्ताव बोर्ड को भेजे गए हैं। हटिया–दुर्ग स्पेशल को नियमित करने का प्रस्ताव भी भेजा गया, लेकिन इसका विस्तार नागपुर तक करने का कोई प्रस्ताव नहीं भेजा गया।
अजमेर–रांची स्पेशल को नियमित करने, हटिया–एलटीटी एक्सप्रेस को छह दिन करने और हटिया–यशवंतपुर एक्सप्रेस की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के प्रस्ताव भी बोर्ड भेजे गए हैं।
वहीं, कई लोकप्रिय रूटों पर कोई अपडेट ही नहीं भेजा गया। रांची–कमान खंभरिया एक्सप्रेस, रांची–मुंबई एलटीटी, पुणे–हटिया एक्सप्रेस और रांची–अल्लेप्पी क्लोन ट्रेन के प्रस्ताव दक्षिण पूर्व रेलवे को प्राप्त ही नहीं हुए। इसके अलावा रांची–लोहरदगा नई मेमू सेवा का भी कोई प्रस्ताव नहीं मिला।
यात्रियों को राहत कब?
रेल यूजर्स एसोसिएशन (Rail Users Association) का कहना है कि जरूरी ट्रेन प्रस्ताव या तो अटके पड़े हैं या भेजे नहीं गए, जबकि बढ़ती भीड़ और यात्री सुविधा के लिए यह कदम बेहद जरूरी थे।
एसोसिएशन ने रेलवे बोर्ड से सभी प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार करने और Ranchi Division से नियमित फॉलो-अप करने की मांग की है।




