रांची : झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के बाद रिम्स परिसर को अतिक्रमण मुक्त कराने की प्रक्रिया लगातार तेज़ होती जा रही है। सोमवार की कार्रवाई के बाद मंगलवार को दूसरे दिन भी प्रशासन, पुलिस और रिम्स प्रबंधन की संयुक्त टीम ने तड़के से ही ऑपरेशन शुरू कर दिया।
रिम्स डॉक्टर्स कॉलोनी और आसपास में कार्रवाई
टीम ने सबसे पहले रिम्स डॉक्टर्स कॉलोनी और पास के इलाकों में बने अवैध ढांचों को निशाने पर लिया। बरियातू थाना के पीछे मौजूद अस्थायी झोपड़ों, गुमटियों और कब्जों को जेसीबी की मदद से हटाया गया। कई कच्चे–पक्के निर्माण भी तोड़कर पूरी तरह खाली करा दिए गए। प्रशासन ने डीआईजी ग्राउंड की तरफ भी अभियान चलाकर कब्जों को हटाया। अब तक करीब 50 से ज़्यादा कस्बे हटाए जा चुके हैं।
लोगों में दिखी नाराज़गी और विरोध
अभियान के दौरान कई स्थानीय लोग नाराज़ नजर आए। उनका कहना था कि उन्हें समय पर पर्याप्त मौका नहीं मिला। कुछ लोगों का यह भी आरोप था कि अतिक्रमण हटाने से पहले रिम्स की अंदरूनी अव्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना चाहिए। विरोध के बावजूद टीम अपने काम में लगी रही और अभियान नहीं रोका गया।
पहले ही जारी किए गए थे नोटिस
हाईकोर्ट के हालिया आदेश के अनुसार रिम्स परिसर और आसपास के सभी इलाकों को पूरी तरह कब्जा मुक्त करना है। इस निर्देश पर अमल करते हुए पुलिस, प्रशासन और नगर निगम ने पहले ही लोगों को नोटिस देकर जगह खाली करने को कहा था।
कई लोगों ने नोटिस मिलते ही अपने ढांचे हटा लिए थे, लेकिन कुछ परिवारों ने उम्मीद में इंतजार किया कि शायद फैसला बदल जाए। अंत में उन्हें भी अपना घर–दुकान हटाना पड़ा।
10 दिसंबर तक पूरा क्षेत्र खाली करने का लक्ष्य
जिला प्रशासन ने रिम्स क्षेत्र को 10 दिसंबर तक पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त करने का लक्ष्य तय किया है। आने वाले दिनों में डॉक्टर कॉलोनी, भरम टोली, नया टोली और डीआईजी ग्राउंड जैसे बड़े इलाकों में और भी व्यापक कार्रवाई होगी। अधिकारियों ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि कोई अब भी जगह नहीं छोड़ता है, तो बलपूर्वक हटाने के साथ-साथ खर्च की वसूली भी की जाएगी।




