Ranchi ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 के पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत गुरुवार को झारखंड की राजधानी रांची और बिहार की राजधानी पटना सहित कई शहरों में एक साथ छापेमारी की।
रांची के बरियातू इलाके में ED की टीम ने जूनियर इंजीनियर (JE) रहे सिकंदर यादवेंदु के ठिकाने पर दबिश दी, जबकि पटना में उनके बेटे डॉ. शिव के आवास पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
जानकारी के अनुसार, सिकंदर यादवेंदु को सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में पहले ही गिरफ्तार किया गया था और वह वर्तमान में जमानत पर रिहा हैं। ED को शक है कि इस मामले में पेपर लीक से होने वाली अवैध कमाई को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए वैध बनाया गया। जांच के दौरान एजेंसी ने कई अहम दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं।
क्या है मामला?
बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 में पेपर लीक का खुलासा पटना की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने किया था, जिसके बाद मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपा गया। CBI की जांच में सामने आया कि इस घोटाले के मास्टरमाइंड वही लोग हैं, जो 2024 के NEET-UG पेपर लीक में भी शामिल थे। ED ने CBI की FIR के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की और एक प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ECIR) दर्ज की।
कहां-कहां हुई छापेमारी
ED ने रांची, पटना, नालंदा, लखनऊ और कोलकाता में कुल 11 ठिकानों पर छापेमारी की। जांच का मुख्य फोकस सिकंदर यादवेंदु और उनके सहयोगियों के वित्तीय लेनदेन पर है। एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पेपर लीक से अर्जित अवैध धन को कैसे और कहां इस्तेमाल किया गया।
ED की टीमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की सुरक्षा में छापेमारी कर रही हैं। जांच में संलिप्त अन्य लोगों की पहचान और उनके वित्तीय नेटवर्क को उजागर करने की कोशिश की जा रही है। स्थानीय पुलिस और CBI के साथ समन्वय कर ED इस मामले में गहन जांच कर रही है।