New Delhi: राजधानी दिल्ली एक बार फिर जहरीली हवा की चपेट में! रविवार को अधिकांश इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ कैटेगरी में आता है।
लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और स्वास्थ्य संकट गहराता जा रहा है। शाम को सैकड़ों नागरिकों ने इंडिया गेट पर मार्च निकाला, लेकिन पुलिस ने अनुमति न होने का हवाला देकर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
AQI ने तोड़े रिकॉर्ड, 22 स्टेशन ‘सीवियर’ जोन में
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत AQI 391 दर्ज किया गया।
बवाना में सबसे ज्यादा 436, जबकि आनंद विहार 412, अलीपुर 415 और पटपड़गंज 425 तक पहुंचा। कुल 39 में से 22 स्टेशन पर AQI 400 से ऊपर – यानी खतरनाक स्तर! विशेषज्ञों का कहना है कि इससे स्वस्थ लोग भी गंभीर बीमारियां झेल सकते हैं।
इंडिया गेट पर मार्च, AAP-कांग्रेस नेता शामिल
प्रदर्शनकारियों ने प्लेकार्ड्स और मास्क के साथ ‘साफ हवा दो’ के नारे लगाए। माताएं-बच्चे भी शामिल थे, जो सरकार से ठोस नीतियां बनाने की मांग कर रहे थे।
AAP के दिल्ली प्रमुख सौरभ भारद्वाज और कांग्रेस नेता मौके पर पहुंचे। भारद्वाज ने कहा, “प्रदूषण 10 साल से है, लेकिन पहली बार बुद्धिजीवी वर्ग सड़कों पर उतरा। सरकार डेटा में हेराफेरी कर रही है – जब AQI सबसे खराब होता है, स्टेशन से डेटा लेना बंद कर देते हैं!”
सुप्रीम कोर्ट का हवाला, जंतर मंतर भेजा
दिल्ली पुलिस ने इंडिया गेट को प्रदर्शन स्थल मानने से इनकार किया। DCP देवेश कुमार महला ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के आदेश से केवल जंतर मंतर अधिकृत है। सुरक्षा और ट्रैफिक के लिए धारा 163 लागू है।”
सैकड़ों को बसों में भरकर हिरासत में लिया गया, कुछ को जबरन हटाया। प्रदर्शनकारी बोले, “शांतिपूर्ण विरोध भी नहीं करने देते, लेकिन लोग मर रहे हैं!”


