Jharkhand Government’s New Initiative : झारखंड सरकार ने हाथ से मैला साफ करने वाले सफाई कर्मियों (Cleaning workers) के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक नई कल्याणकारी योजना (New Welfare Scheme) तैयार की है।
इस योजना का उद्देश्य वर्षों से उपेक्षित रहे इस वर्ग को सम्मानजनक जीवन देना, आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना और रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराना है।
सरकार ने इस योजना के लिए हर साल 5 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया है। सरकार का मानना है कि इस पहल से सफाई कर्मियों और उनके परिवारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
योजना से पहले होगा राज्यव्यापी सर्वे
योजना को लागू करने से पहले पूरे झारखंड में एक विस्तृत सर्वे कराया जाएगा। इस सर्वे का मकसद यह पता लगाना है कि वास्तव में कौन-कौन लोग हाथ से मैला साफ करने के काम में लगे हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि योजना का लाभ सही और जरूरतमंद लोगों तक सीधे पहुंचे।
सरकार का कहना है कि बिना सही पहचान के योजना को सफल बनाना मुश्किल है।
योजना के तहत मिलेंगी कई सुविधाएं
इस कल्याणकारी योजना के तहत सफाई कर्मियों को कई तरह की सुविधाएं देने की तैयारी है। उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए पुनर्वास की व्यवस्था होगी।
साथ ही नए काम सीखने के लिए कौशल प्रशिक्षण (Skills Training) दिया जाएगा, जिससे वे बेहतर नौकरी पा सकें। जो लोग अपना काम शुरू करना चाहते हैं, उन्हें स्वरोजगार के लिए आर्थिक मदद मिलेगी।
इसके अलावा उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति और शिक्षा सहायता दी जाएगी। काम के दौरान किसी हादसे की स्थिति में बीमा और मुआवजे की सुविधा भी योजना में शामिल है।
जमीनी स्तर पर अभी भी कठिन हालात
सरकारी योजना की घोषणा के बावजूद रांची नगर निगम में काम कर रहे सफाई कर्मियों की स्थिति अभी भी चिंता का विषय है। नगर निगम में करीब 250 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं।
उनका कहना है कि उन्हें न तो सुरक्षा उपकरण मिलते हैं और न ही कोई खास सरकारी सुविधा। एक कर्मचारी ने बताया कि वे रोज जान जोखिम में डालकर काम करते हैं, लेकिन न बीमा है और न ही बच्चों के भविष्य की कोई ठोस व्यवस्था।
उम्मीद और इंतजार
फिलहाल सफाई कर्मियों को उम्मीद है कि सर्वे जल्द पूरा होगा और उन्हें उनके अधिकार व सुविधाएं मिलेंगी। अगर यह योजना सही तरीके से लागू हुई, तो यह उनके जीवन में एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव ला सकती है।


