Jharkhand News: रांची के सिरमटोली सरना स्थल के पास फ्लाईओवर रैंप के निर्माण के खिलाफ आदिवासी संगठनों का विरोध और तेज हो गया है।
सिरमटोली सरना स्थल बचाओ मोर्चा, आदिवासी बचाओ मोर्चा और अन्य संगठनों ने शनिवार को नगड़ा टोली सरना भवन में प्रेस वार्ता कर अपनी मांगों को दोहराया और हेमंत सोरेन सरकार पर आदिवासी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। संगठनों ने फ्लाईओवर का नामकरण बाबा कार्तिक उरांव के नाम पर करने को महज राजनीतिक चाल करार दिया।
21 जून को सिरमटोली में होगी बड़ी बैठक
प्रतिनिधियों ने ऐलान किया कि सिरमटोली रैंप हटाने और आदिवासी अधिकारों की रक्षा के लिए 21 जून 2025 को सिरमटोली में 32 जनजातियों के प्रतिनिधियों और विभिन्न आदिवासी संगठनों की एक बड़ी बैठक आयोजित होगी। इस बैठक में आंदोलन को व्यापक रूप देने की रणनीति बनाई जाएगी।
संगठनों ने कहा कि अगर सरकार आदिवासी विरोधी नीतियां लाती है, तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। इसके लिए जन जागरण अभियान भी चलाया जाएगा।
हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप
प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि सिरमटोली फ्लाईओवर का उद्घाटन कर हेमंत सरकार ने आदिवासी समाज को ठगा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सरना स्थल की पवित्रता और आदिवासी आस्था की अनदेखी कर रही है।
प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि फ्लाईओवर रैंप से सरना स्थल संकुचित हो गया है, जो सरहुल जैसे त्योहारों में श्रद्धालुओं के लिए बाधा बन रहा है।