अब पूर्व CM हेमंत सोरेन की अवैध खनन मामले में भी भूमिका की शुरू हो गई जांच

Digital Desk

Illegal Mining Investigation : झारखंड (Jharkhand) के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की परेशानियां दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं।

Ranchi में जमीन घोटाले (Land Scam) से जुड़े मामले में वह ED के शिकंजे में हैं। वह बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल (Birsa Munda Central Jail) में बंद हैं। जमानत की सारी कोशिश बेकार साबित हो रही हैं।

इस बीच यह जानकारी मिल रही है कि अब ED उनकी भूमिका मनरेगा घोटाला (MANREGA Scam), साहिबगंज (Sahib Ganj) में 1000 करोड़ के अवैध खनन (Illegal Mining), ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर घोटाले (Tender Scam) में भी कर रही है।

इस तथ्य का जिक्र ED ने उच्चतम न्यायालय में दिए गए हलफनामे में किया है। साथ ही यह भी बताया है कि मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से PMLA के तहत दी गई सूचनाओं पर भी कोई कार्रवाई नहीं होने दी गई।

अवैध खनन केस

ED ने बताया है कि साहिबगंज के 1000 करोड़ के अवैध खनन केस में हेमंत के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra), उनके करीबी अमित अग्रवाल, प्रेम प्रकाश जेल में हैं।

जांच में रवि केजरीवाल ने बताया था कि खनन में उगाही का पैसा हेमंत सोरेन के कहने पर अमित तक प्रेम प्रकाश के जरिए जाता था।

जांच में यह भी पता चला है कि अमित की 40 कंपनियों में 100 करोड़ से अधिक की अवैध कमायी का निवेश किया गया।

हेमंत सोरेन के दो बॉडीगार्ड के AK-47 भी जब्त किए गए थे।

मनरेगा घोटाला

ED ने बताया है कि मनरेगा घोटाले की जांच के दौरान डिजिटल डिवाइस (Digital Device) की जांच व अलग-अलग लोगों के बयान में यह बात सामने आई थी कि पूजा सिंघल (Puja Singhal) की नजदीकी तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन से थी।

हेमंत सोरेन खनन विभाग के भी मंत्री थे। ईडी ने बताया है कि पूजा सिंघल के करीबी सीए के यहां मिले 19.76 करोड़ का बड़ा हिस्सा हेमंत सोरेन से जुड़ा था।

ग्रामीण विकास घोटाला

ईडी ने बताया है कि ग्रामीण विकास विभाग व ग्रामीण कार्य विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम (Virendra Ram) से जुड़े केस में वरिष्ठ नौकरशाहों व नेताओं की भूमिका की जांच हो रही है।

इस मामले में मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) की गिरफ्तारी व 37.54 करोड़ जब्त किए जाने की जानकारी ED ने दी।

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