Jharkhand News: धनबाद जिले के राजगंज थाना क्षेत्र के कानाटांड़ में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सनसनी मचा दी। मनबोध पंडित नामक शख्स ने अपनी पत्नी लक्ष्मी देवी की गला दबाकर निर्मम हत्या कर दी और शव को घर से आधा किमी दूर सुनसान जगह पर दफन कर दिया।
शनिवार (3 मई 2025) रात राजगंज पुलिस ने मजिस्ट्रेट रविंद्र ठाकुर की मौजूदगी में थाना प्रभारी अलीशा कुमारी के नेतृत्व में शव को खोदकर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए धनबाद मेडिकल कॉलेज भेजा। आरोपी पति को पुलिस कस्टडी में ले लिया गया है।
कैसे खुला हत्याकांड का राज?
मनबोध ने लक्ष्मी के मायके वालों को फोन पर बताया कि उसने सुसाइड कर लिया है। लेकिन मायके वालों को यह बात हजम नहीं हुई। उन्होंने बगदाहा पंचायत के मुखिया बाबूलाल महतो और पंचायत समिति सदस्य धनंजय महतो को सूचना दी।
इनकी टिप-ऑफ पर राजगंज पुलिस ने मनबोध से सख्त पूछताछ की, जिसके बाद उसने क्राइम कबूल कर लिया। मनबोध खुद पुलिस को उस स्पॉट पर ले गया, जहां उसने लक्ष्मी का शव दफनाया था।
मृतका के चाचा ईश्वर प्रजापति ने बताया कि लक्ष्मी (30) के माता-पिता का निधन हो चुका है। 7 साल पहले बोकारो के नर्रा गांव के उत्तम पंडित की बेटी लक्ष्मी की शादी मनबोध से हुई थी।
पांच बहनों में दूसरी नंबर की लक्ष्मी की तीन बहनों की अभी शादी नहीं हुई है। लक्ष्मी के दो छोटे बच्चे हैं। ईश्वर ने बताया कि मनबोध पहले भी लक्ष्मी को प्रताड़ित करता था, जिसकी लिखित शिकायत थाने में दर्ज थी।
लक्ष्मी की बहन नेहा सिंह राजावत ने आरोप लगाया, “मनबोध मेरी बहन को मारता-पीटता था। उसने गला दबाकर उसकी हत्या की और शव को जमीन में गाड़ दिया।” परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बाघमारा SDPO पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने बताया, “FIR दर्ज कर शव को खोदकर निकाला गया है। आरोपी मनबोध पंडित को अरेस्ट कर लिया गया है, और इन्वेस्टिगेशन फुल स्विंग में है।”
पुलिस अब क्राइम सीन से एविडेंस जुटा रही है और मनबोध के पिछले रिकॉर्ड को खंगाल रही है।