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झारखंड में यहां 25 परिवारों के 100 से अधिक हिंदु ने अपनाया ईसाई!

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कोडरमा: जिले के विभिन्न इलाकों में धर्मांतरण (Conversion) का खेल एक बार फिर चालू हो गया है। मुख्यालय के सबसे दूर सतगावां प्रखंड के कोठियार पंचायत के गरडीह टोला में लालच देकर हिंदुओं का धर्मांतरण कराया गया है।

यहां रविवार को 25 परिवारों के 100 से अधिक सदस्यों ने हिंदू धर्म (Hindu Religion) को छोड़कर ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया। इसके पहले कोडरमा से सटे फुलवरिया और डोमचांच के नीमडीह में भी ऐसा मामला सामने आ चुका है।

ईसाई धर्म स्वीकार करने वाले गांव के बासुदेव राय, राजकुमार सिंह, देवंती देवी, बच्चू राय, उपेंद्र राय, जानकी राय ने कहा कि वे घटवार जाति से आते हैं।

वे कई सालों से सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े रहे। सरकार व समाज ने कभी उनकी कोई सुध नहीं ली। ईसाई धर्म अपनाने पर उन्हें कई प्रकार के लाभ देने का आश्वासन दिया गया।

शादी-विवाह (Wedding marriage) में मदद के साथ गरीबी और बेरोजगारी दूर करने का भरोसा मिला है। साथ ही बीमार पड़ने पर बिना पैसे के इलाज होगा। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में कई अन्य लोग भी इसाई धर्म स्वीकार करने वाले हैं।

आरोप : पटना से आते हैं ईसाई प्रचारक

बताया जाता है कि पटना से आए ईसाई प्रचारकों ने धर्मांतरण के इस कार्य को अंजाम दिया है। कई लोगों के इसाई धर्म स्वीकार करने की सूचना के बाद आरएसएस समेत कई संगठनों ने यहां पहुंचकर इन लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे भी असफल रहे।

इस बाबत भाजपा नेता बालमुकुंद सिंह ने कहा कि पिछले छह साल से ईसाई धर्म के लोग प्रत्येक गुरुवार को यहां आते हैं। मुखिया वीरेंद्र कुमार का कहना था कि पिछले वर्ष पटना से ईसाई धर्म प्रचारक आए थे।

काफी समय तक यहां रहे और उन्हीं के लालच पर इन लोगों ने ईसाई धर्म अपनाया है। अब इन्हें वापस हिंदू धर्म में लाने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया जा रहा : कृष्णा सिंह

घटवार समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष और जदयू के जिलाध्यक्ष कृष्णा सिंह घटवार एवं जिला अध्यक्ष रीतलाल सिंह ने बताया कि यह सब लोभ देकर हो रहा है।

जंगली इलाके में बसे समाज के लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करने का यह खेल चार-पांच साल से चल रहा है। पूर्व में भी समाज के द्वारा ऐसे दो-चार लोगों को समझा-बुझाकर हिंदू धर्म में वापस लाया गया था।

इस बार बड़े पैमाने पर धर्मांतरण की जानकारी मिली है। सामाजिक संगठन इस मामले को देख रहा है और कुछ निर्णय भी लिए जायेंगे।

पहले भी हुआ है धर्मांतरण

जिले के फुलवरिया और डोमचांच के नीमडीह में तीन साल पहले सितंबर 2019 में ऐसा मामला आया था।

तब स्थानीय लोगों की शिकायत पर ईसाई धर्म (Christianity) प्रचार के आरोप में पुलिस ने पांच लोगों को पकड़ा था। बाद में उन्हें चेतावनी व बांड भरवाकर छोड़ दिया था।

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