Jharkhand Ranchi News: दक्षिण पूर्व रेलवे के TATANAGAR मंडल के रेल सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार को नागरिक सुरक्षा क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय पदक और प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
यह सम्मान उन्हें 10 सितंबर को नई दिल्ली स्थित रेल भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम की मेजबानी रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड कर रहा है। रेलवे प्रशासन ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
राष्ट्रीय स्तर पर दक्षिण पूर्व रेलवे से एकमात्र चयनित सदस्य, मॉक ड्रिल और प्रशिक्षण से बढ़ाई जागरूकता
संतोष कुमार दक्षिण पूर्व रेलवे से राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने वाले एकमात्र सदस्य हैं। उनकी कार्यशैली और निष्ठा ने उन्हें न केवल चक्रधरपुर मंडल, बल्कि पूरे दक्षिण पूर्व रेलवे में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया है। वह समय-समय पर रेलवे स्टेशनों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर मॉक ड्रिल तथा आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण आयोजित करते रहते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने झारखंड सरकार के अंतर्गत लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान मतदाता जागरूकता अभियान में अहम भूमिका निभाई है। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न केंद्रों में आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण देकर सरकारी कार्यों को सरल बनाने में सहयोग किया है।
कई सम्मानों से नवाजे जा चुके हैं संतोष, 2024 में मिला विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार
संतोष कुमार को इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण सम्मानों से नवाजा जा चुका है। वर्ष 2024 में गार्डेन रीच, कोलकाता में आयोजित 69वें रेलवे सप्ताह के अवसर पर उन्हें विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, उन्हें प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी (PCSO) अवार्ड 2022, सीनियर SDGM अवार्ड 2018 और तीन बार DRM अवार्ड (2002, 2005, 2007) प्राप्त हो चुका है। वह दो बार सिनियर DEE अवार्ड (2010, 2017) से भी सम्मानित हो चुके हैं।
NDRF एकेडमी से प्राप्त विशेष प्रशिक्षण, ऑपरेशन सिंदूर में 18 हजार नागरिकों को दिया बचाव प्रशिक्षण
उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे ने उन्हें महाराष्ट्र के नागपुर स्थित NDRF एकेडमी और सिविल डिफेंस कॉलेज से डिजास्टर मैनेजमेंट, वर्टिकल रोप रेस्क्यू, टीओटी जैसे महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिलाया है। उन्होंने भारत सरकार के श्रम मंत्रालय के वर्कर एजुकेशन बोर्ड से पर्सनालिटी डेवलपमेंट का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्होंने रेलवे स्टेशन, बाजार, पेट्रोल पंप, स्कूल-कॉलेज में जाकर लगभग 18 हजार नागरिकों को आपदा बचाव का प्रशिक्षण दिया। साथ ही, दक्षिण पूर्व रेलवे के करीब 10 हजार लोको पायलटों को प्रशिक्षण दे चुके हैं और उन्हें लगातार आपदा राहत कार्यों का प्रशिक्षण देते आ रहे हैं।