बिहार के डिप्टी सीएम रहने का सुशील मोदी का सफर समाप्त, किये गए आउट ; क्लिक कर जानें उप मुख्यमंत्री पद पर किसकी हो सकती है ताजपोशी

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पटना: सुशील मोदी के उप मुख्यमंत्री पद से हटने की भविष्यवाणी सही साबित हो गई। सुशील मोदी ने रविवार को खुद कहा है कि पार्टी ने उन्हें उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता का पद उनसे कोई नहीं छीन सकता।

ट्वीटर पर सुशील मोदी ने उन्हें उप मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने की बात स्वीकार कर ली और अपने ट्वीट में लिखा है कि भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे 40 वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना कुछ दिया है कि शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा। आगे भी जो ज़िम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूंगा।

कार्यकर्ता का पद तो उनसे कोई नहीं छीन सकता। जाहिर है सुशील मोदी ने मान लिया है कि उन्हें डिप्टी सीएम के पद से हटा दिया गया है। आगे पार्टी उन्हें जो काम सौंपेगी वे उसे करेंगे। इसके साथ ही 11 वर्षों तक बिहार का डिप्टी सीएम रहने का सुशील मोदी का सफर समाप्त हो चुका है।

गौरतलब है कि भाजपा विधायक दल की बैठक और उसके बाद हुए घटनाक्रम में यह साफ हो गया है कि 11 वर्षों तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री बनकर रहे सुशील मोदी अब उनके नायब नहीं रहेंगे। हालांकि भाजपा ने अपने उप मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान अभी नहीं किया है लेकिन तारकिशोर प्रसाद को नये उप मुख्यमंत्री का ताज मिल सकता है। भाजपा विधायक दल की बैठक में ही साफ हो गया था कि सुशील मोदी गद्दी से उतार दिये गये हैं। विधायक दल की बैठक में सुशील मोदी को विधानमंडल दल का नेता नहीं चुना गया बल्कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें विधानमंडल दल का मौजूदा नेता होने के नाते बोलने का निमंत्रण दिया था।

भाजपा विधायक दल की बैठक में सुशील मोदी ने कहा कि मैंने 40 साल पार्टी की सेवा की है। पार्टी ने कई मौके दिये हैं। अब मैं चाहता हूं कि किसी नये व्यक्ति को जिम्मेवारी मिले। मैं चाहता हूं कि विधानसभा में चुनकर आया कोई विधायक पार्टी के विधानमंडल दल का नेता बने।

इसलिए मैं तारकिशोर प्रसाद का नाम विधानमंडल दल के नेता के तौर पर प्रस्तावित करता हूं। वे ही एनडीए विधायक दल के उपनेता होंगे। सुशील मोदी के इस प्रस्ताव को भाजपा विधायक दल ने पारित कर दिया। यानी सुशील मोदी कुर्सी से बेदखल हो गये। उसके बाद के घटनाक्रम ने भी इसकी पुष्टि कर दी। नीतीश कुमार जब राजभवन में सरकार बनाने का दावा पेश करने गये तो सुशील मोदी उनके साथ नहीं थे। सुशील मोदी को राजनाथ सिंह अपने साथ लेकर स्टेट गेस्ट हाउस चले गये।

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