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Kolkata Violence : रिपोर्ट पार्टी को सौपेंगी BJP की 5 सदस्य जांच समिति

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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में नबन्ना चलो अभियान (Nabanna Chalo Campaign) में हुई हिंसा की जांच के लिए भाजपा (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था।

शनिवार शाम यह समिति अपनी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष को सौंपने जा रही है। यह समिति पश्चिम बंगाल में हिंसा वाली जगहों पर गई और लोगों से बात करके सूचनाएं एकत्रित की इसके आधार पर भाजपा की इस समिति अपनी रिपोर्ट तैयार की है। अब यह पूरी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंपी जाएगी।

प्रदर्शनकारियों पर पानी से बौछार कर उन्हें तितर-बितर भी किया गया

पश्चिम बंगाल भाजपा द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ इसी महीने नबन्ना चलो अभियान शुरू किया गया था। इस अभियान के दौरान कोलकाता (Kolkata) में हिंसा देखी गई थी इसकी जांच के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था।

इसमें लोकसभा सांसद अपराजिता सारंगी (Aparajita Sarangi) , राज्यसभा सांसद बृजलाल (Brijlal) , लोकसभा सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर (Rajyavardhan Singh Rathore) , राज्यसभा सांसद समीर उराव (Sameer Oraon) और सुनील जाखड़ (Sunil Jakhad) शामिल थे।

पश्चिम बंगाल में भाजपा के नबन्ना अभियान पर काफी बवाल हुआ था। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के इस अभियान में कोलकाता में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) के खिलाफ प्रदर्शन किया था।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सत्ताधारी पार्टी तृणमूल (TMC) के खिलाफ हुए इस अभियान के दौरान कोलकाता में कई झड़पें हुई थीं। हिंसक झड़पों के दौरान जगह-जगह पुलिस ने बल इस्तेमाल किया।

प्रदर्शनकारियों पर पानी से बौछार कर उन्हें तितर-बितर भी किया गया। इस पूरे अभियान के दौरान हुई हिंसा को लेकर बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना था कि हावड़ा के सांतरागांछी से नबान्न की ओर बढ़ रहे थे चो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।

इन्ही आरोपों को लेकर बीजेपी ने नबन्ना अभियान की शुरूआत की थी

इसका कारण ये है कि पुलिस बीजेपी कार्यकर्ताओं को नबन्ना चलो अभियान में हिस्सा लेने के लिए कोलकाता जाने से रोक रही थी।

भाजपा का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा की गई। जिसमें कई कार्यकर्ता जख्मी हो गए इसी की जांच के लिए यह कमेटी गठित की गई थी।

गौरतलब है कि स्थानीय पुलिस ने बीजेपी के नबान्न चलो अभियान को अनुमति नहीं दी थी। पश्चिम बंगाल के स्थानीय भाजपा नेता राज्य की तृणमूल सरकार पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं। इन्ही आरोपों को लेकर बीजेपी ने नबन्ना अभियान की शुरूआत की थी।

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह (Arun Singh) ने एक पत्र में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की निर्ममता से पिटाई जैसी हिंसक घटना पर गहरी चिंता एवं भर्त्सना व्यक्त करती है।

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