Internation News: हमास ने रविवार को 2014 गाजा युद्ध में शहीद हुए इजरायली सैनिक लेफ्टिनेंट हादर गोल्डिन का पार्थिव शरीर आखिरकार लौटा दिया।
दक्षिणी गाजा के राफा में एक सुरंग से बरामद शव को पहले रेड क्रॉस को सौंपा गया, फिर IDF को हैंडओवर किया गया। यह वापसी अमेरिका की मध्यस्थता वाले युद्धविराम के पहले चरण का हिस्सा है, जिसमें हमास को सभी बंधकों के शव लौटाने थे।
राफा की सुरंग से मिला शव, 4117 दिनों बाद वापसी
हमास की सशस्त्र शाखा अल-कासम ब्रिगेड्स ने टेलीग्राम पर ऐलान किया कि राफा की यिबना रेफ्यूजी कैंप में एक सुरंग से गोल्डिन का शव बरामद हुआ। शव पर ‘हादर गोल्डिन’ का नाम टैग लगा था।
दोपहर 2 बजे गाजा टाइम पर रेड क्रॉस को सौंपा गया। IDF ने ताबूत का निरीक्षण किया, इजरायली झंडे में लपेटा और सैन्य रब्बी की अगुवाई में छोटा समारोह किया।
2014 में अपहरण और हत्या की दर्दनाक कहानी
1 अगस्त 2014 को ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एज के दौरान राफा में हमास ने हमला किया। 72 घंटे के सीजफायर के महज घंटों बाद लेफ्टिनेंट गोल्डिन (23 साल) को सुरंग में खींचकर अपहरण कर हत्या कर दी गई।
वह गिवाती ब्रिगेड के अधिकारी थे। पिछले 11 सालों में इजरायल की तमाम कोशिशें नाकाम रहीं। गोल्डिन उन आखिरी 5 शवों में से एक थे जो गाजा में थे।
परिवार की दशकों की जंग, अब राहत
गोल्डिन के माता-पिता सिम्चा और लेह गोल्डिन ने वर्षों अभियान चलाया। ‘किसी को पीछे नहीं छोड़ेंगे’ के सिद्धांत पर अड़े रहे। शनिवार को परिवार ने बयान दिया, “हादर की घर वापसी का इंतजार है।”
IDF चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एयाल जमीर ने परिवार से मुलाकात कर प्रयासों की जानकारी दी।


