Babulal Marandi : साहिबगंज अवैध पत्थर खनन मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने एक बड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने CBI जांच को जारी रखने की अनुमति दी और राज्य सरकार की अपील को खारिज कर दिया।
इस फैसले के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह साफ दिखाता है कि भ्रष्टाचार को बचाने की कोशिशें आखिरकार असफल हो गईं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मरांडी ने जताई खुशी
मरांडी ने कहा कि High Court के आदेश को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सही ठहराए जाने से यह साबित होता है कि राज्य सरकार की दलीलें शुरू से ही कमजोर थीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने करीबी लोगों—पंकज मिश्रा, विष्णु यादव, राजेश यादव, बच्चू यादव, संजय यादव और सुभाष मंडल—को बचाने में लगातार लगे रहे।
याचिकाकर्ता पर दबाव डालने के आरोप
मरांडी के मुताबिक, मामले में याचिकाकर्ता पर दबाव बनाने और आम लोगों को डराने-धमकाने तक की कोशिशें की गईं, लेकिन अदालत में ऐसी रणनीतियां कभी सफल नहीं होतीं। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका ने एक बार फिर साबित किया है कि कानून के सामने सभी बराबर हैं।
सरकार के लिए बड़ा झटका, बोले मरांडी
मरांडी ने कहा कि Supreme Court का यह फैसला हेमंत सरकार के लिए बड़ा झटका है। उनके अनुसार यह निर्णय भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष को और मजबूती देगा।
उन्होंने यह भी दावा किया कि यह फैसला राज्य सरकार के “ताबूत की अंतिम कील” साबित होगा और इससे जनता का भरोसा न्याय व्यवस्था पर और बढ़ेगा।




