ACB Jharkhand: लोहरदगा में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की रांची टीम ने गुरुवार को ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के लेखा लिपिक (कैशियर) वरुण कुमार को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई जुरिया निवासी शिकायतकर्ता सफेजुल अंसारी की शिकायत पर की गई।
रिश्वत की मांग का खुलासा
ACB के अनुसार, आंगनबाड़ी जीर्णोद्धार योजना के अंतिम भुगतान के लिए कैशियर वरुण कुमार ने शिकायतकर्ता सफेजुल अंसारी से 5,000 रुपये रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद ACB ने जाल बिछाया और लोहरदगा के विशेष प्रमंडल कार्यालय में वरुण कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद उसे पूछताछ के लिए रांची ले जाया गया।
2025 का नौवां ट्रैप केस
ACB अधिकारियों ने बताया कि यह मामला 2025 में रांची क्षेत्र का नौवां ट्रैप केस है। वरुण कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। ACB ने रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
जांच और कार्रवाई जारी
ACB ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। इस घटना ने ग्रामीण विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार की गहरी पैठ को उजागर किया है। लोहरदगा के ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल कार्यालय में इस तरह की रिश्वतखोरी की घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। ACB ने अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को भी चेतावनी दी है कि भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।