Para Teacher News: झारखंड के 57,376 पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) में से मात्र 2894 की ई-सेवा पुस्तिका को ही स्वीकृति मिली है। बाकी 54,482 पारा शिक्षकों की ई-सेवा पुस्तिका स्कूल, प्रखंड और जिला स्तर पर लंबित है। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने इस देरी पर नाराजगी जताते हुए सभी जिलों को 30 जून तक ई-विद्यावाहिनी में सेवा पुस्तिका अपडेट करने का सख्त निर्देश दिया है।
ई-विद्यावाहिनी में लंबित है प्रक्रिया
राज्य सरकार ने सभी पारा शिक्षकों की ई-सेवा पुस्तिका को ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर संधारित करने का निर्णय लिया था। लेकिन अब तक केवल 2894 सहायक अध्यापकों की सेवा पुस्तिका को जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) ने स्वीकृत किया है।
आंकड़ों के अनुसार, 33,035 पारा शिक्षकों की पुस्तिका प्रधानाध्यापक स्तर पर, 11,624 की प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी स्तर पर और 6154 की जिला शिक्षा पदाधिकारी स्तर पर लंबित है। इसके अलावा, 5925 पारा शिक्षकों ने अभी तक आवेदन ही नहीं किया है।
विभाग ने जताई नाराजगी
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह और झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक शशि रंजन ने इस ढिलाई पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 30 जून तक सभी पारा शिक्षकों की ई-सेवा पुस्तिका को ई-विद्यावाहिनी में अपडेट और स्वीकृत किया जाए।
पारा शिक्षकों की मांग
पारा शिक्षक संगठनों ने मांग की है कि प्रक्रिया को सरल और तेज किया जाए, ताकि उनकी सेवा पुस्तिका से जुड़ी समस्याओं का जल्द समाधान हो। साथ ही, तकनीकी दिक्कतों को दूर करने के लिए स्कूल और प्रखंड स्तर पर सहायता केंद्र स्थापित करने की मांग भी उठ रही है।