नहीं रहे फिल्म सिटी के फाउंडर रामोजी राव, हैदराबाद में ली अंतिम सांस

News Aroma Desk

Ramoji Rao Death: रामोजी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रामोजी राव (Ramoji Rao) का आज सुबह निधन हो गया। रामोजी राव ने शनिवार सुबह अंतिम सांस ली।

रामोजी के निधन की खबर के बाद से South Industry में शोक की लहर दौड़ गई है। तमाम सेलेब्स और फैंस रामोजी राव के निधन पर दुख जता रहे ।

उनके पार्थिव शरीर को रामोजी फिल्म सिटी स्थित उनके दफ्तर में रखा गया है। जहां परिवार, मित्र और प्रशंसक दिग्गज उद्यमी को अंतिम श्रद्धांजलि (last Tribute) दे रहे हैं।

PM मोदी ने उनके निधन पर दुख जताया। रामोजी राव को इस महीने की 5 तारीख को बिगड़ती सेहत के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार सुबह 4:50 बजे उनका निधन हो गया।

5 जून को अस्पताल में हुए थे भर्ती

रामोजी राव को High Blood Pressure और सांस फूलने की समस्या के बाद 5 जून को हैदराबाद के नानकरामगुडा में स्टार हॉस्पिटल्स भर्ती कराया गया था।

डॉक्टरों ने रामोजी को बचाने की काफी कोशिश की उनके हार्ट में स्टेंट लगाया गया था और उन्हें ICU में वेंटिलेटर पर भी रखा गया था।

लेकिन उनकी हालत बिगड़ती चली गई और आज तड़के सवेरे उन्होंने हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया को

अलविदा कह दिया।

बता दें कि रामोजी राव ने कुछ साल पहले कोलन कैंसर (Colon Cancer) से सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ी थी। रामोजी राव लंबे समय से पुरानी बीमारी और उम्र से संबंधित हेल्थ इश्यू से जूझ रहे थे। वहीं रामोजी राव के निधन पर ETV

रामोजी राव कौन थे?

रामोजी ती साधारण शुरुआत से अपार सफलता तक की जर्नी वास्तव में सभी के इंस्पायरिंग है। 16 नवंबर, 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पेडापारुपुडी गांव में एक किसान परिवार में रामोजी राव का जन्म हुआ था।

उन्होंने दुनिया का सबसे बड़ा थीम पार्क और फिल्म स्टूडियो, रामोजी फिल्म सिटी बनाया था।

उनके बिजनेस एम्पायर में मार्गादारसी चिट फंड, ईनाडु न्यूजपेपर, ETV नेटवर्क, रामादेवी पब्लिक स्कूल, प्रिया फूड्स, कलंजलि, उषाकिरण मूवीज, मयूरी फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स और डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स शामिल हैं।

एक मीडिया दिग्गज के रूप में, रामोजी राव ने तेलुगु राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला था। कई राज्य और राष्ट्रीय नेताओं के साथ उनके काफी अच्छे Relationship थे जो महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनकी सलाह लेते थे।

पत्रकारिता, साहित्य, सिनेमा और शिक्षा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए, भारत सरकार ने उन्हें 2016 में देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।

रामोजी राव ने कई क्लासिक फिल्मों का निर्माण किया था

रामोजी राव ने 1984 की Blockbuster Romantic Drama Srivariki Premlekha के साथ फिल्म निर्माण में कदम रखा था और मयूरी, प्रतिघातन, मौना पोरतम, मनसु ममता, चित्रम और नुव्वे कवली सहित कई क्लासिक्स का निर्माण कियाय निर्माता के रूप में उनकी आखिरी फिल्म दगुदुमुथा दंडकोर थी, जो 2015 में रिलीज़ हुई थी।

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