झारखंड

झारखंड विधानसभा बजट सत्र : राम और तालिबान के नाम पर सदन में जमकर हुआ हंगामा

 

रांची: झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) में मंगलवार को भोजनावकाश (Lunch Break) के बाद सदन में राम और तालिबान के नाम पर जमकर तीर चले।

श्रम विभाग (Labour Department) के अनुदान मांग पर कटौती प्रस्ताव पेश करते हुए BJP MLA मनीष जायसवाल ने कहा कि रामनवमी को लेकर जिस तरह से सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन (District Administration) के फरमान जारी कर रहा है, वह तालिबानी फरमान है।

उन्होंने कहा कि एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए इस तरह का फरमान जारी किया गया है।

 

तालिबानी फरमान जारी करते हुए District Administration ने चलंत डीजे पर रोक लगाया है जबकि हजारीबाग में रामनवमी की 104 साल पुरानी परंपरा है। मनीष जायसवाल ने कहा कि ये लोग मुसलमानों के नाम पर जीते हैं, मरते हैं। इसके बाद तालिबानी शब्द के प्रयोग पर हंगामा शुरू हो गया।

UP लॉ एंड ऑर्डर का राज

इसपर दीपिका पांडे ने कहा की सदन में मुस्लिमों (Muslims) का अपमान तालिबानी कह किया जा रहा है। वेल में इरफान अंसारी और उमाशंकर अकेला आए तो भाजपाइयों ने बांग्लादेश बांग्लादेशी कह शोर किया।

इस दौरान मनीष जायसवाल ने भाषण जारी रखा। उन्होंने कहा UP लॉ एंड ऑर्डर का राज, झारखंड में दंगा हो रहा है।

मनीष जायसवाल ने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट है कि पूरे देश में 2021 में 371 दंगे हुए, जिसमें सिर्फ झारखंड में 100 दंगे हुए हैं।

इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।

मनीष जायसवाल के बयान का विरोध करते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा के लोग भावनाओं को भड़का रहे हैं।

हजारीबाग में धरना पर बैठने वाले BJP कार्यकर्ता हैं। किसी को हजारीबाग में रोका नहीं गया है। BJP वाले झूठ बोलते हैं, हमलोग असली रामभक्त हैं। हम लोग जय सियाराम बोलते हैं, ये लोग जय श्रीराम बोलते हैं।

सुप्रीम कोर्ट के बयान को गलत कह रहे

इस पर पलटवार करते हुए मनीष जायसवाल ने मिथिलेश ठाकुर को कहा कि ये बेईमान हैं। सब विधायकों को 10 किलोमीटर रोड दिया, ये 40 किलोमीटर रोड लिए हैं। बेईमान मंत्री से क्या कहना।

मनीष जायसवाल ने कहा कि मंत्री सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के बयान को गलत कह रहे हैं। बार-बार टोके जाने पर दीपिका पांडे को मनीष जायसवाल ने कहा कि ये जिस पार्टी में हैं, उसके संस्कार हैं। इसके बाद दीपिका पांडेय वेल में आ गयी।

दीपिका पांडे ने कहा कि मैं हिंदू हूं, नगर वधू नहीं हूं। विधायक मनीष जायसवाल की ओर इशारा करते हुए दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि इनके पार्टी के सांसद ने मुझे नगर वधू कहा है।

ये राम, सीता की बात करते हैं। इन्होंने मेरा अपमान किया है। नीरा यादव ने मिथिलेश ठाकुर की बात पर कहा कि रामभक्त होना गलत है क्या। इस दौरान BJP विधायक अमर बाउरी ने भी कहा कि मिथिलेश ठाकुर का व्यवहार और बयान ठीक नहीं है।

उन्होंने सदन में जिस तरह कहा कि कोर्ट का आदेश है, उन्होंने 4 टाइम अजान का डिसाइबल चेक (Disable Check) किया है क्या।

बताएं कौन राम भक्त

मनीष जायसवाल ने कहा कि तुष्टिकरण के लिए रामनवमी को प्रभावित किया गया है। राज्य में 100 से अधिक दंगे हुए, क्योंकि एक पक्ष को मजबूत किया गया।

पांकी में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दौरान शिवभक्तों के साथ क्या सलूक हुआ, सबने इसे देखा है। मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि तपोवन मंदिर का आधुनिकीकरण 14 करोड़ से कौन कर रहा है बताएं, कौन राम भक्त है।

मनीष जायसवाल ने कहा कि इस सरकार को यूपी से सीखना चाहिए कि जहां बुलडोजर कानून तोड़ने वालों पर चल रहा है, वहां हर जिले में पाठ के लिए एक लाख दिया जा रहा है।

मनीष जायसवाल ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से बेईमान मंत्री खुद को राम भक्त ना बोलें। मनीष जायसवाल ने दावा किया कि मुख्यमंत्री अपने किए के डर से तपोवन मंदिर का आधुनिकीकरण करा रहे हैं लेकिन बावजूद इसके BJP इसका स्वागत करती है।

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को सीएम का संरक्षण प्राप्त

विधायक सरयू राय ने कहा कि सदन में गलत जवाब देने वाले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को मुख्यमंत्री का संरक्षण (Protection) प्राप्त है।

दरअसल, विपक्ष के हंगामे में कारण सरयू राय के प्रश्न पूछने की पारी नहीं आ सकी। प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर ने सरयू राय का नाम पुकारा। जैसे ही सरयू राय पूरक प्रश्न पूछने के लिए खड़े हुए विपक्ष के विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। स्पीकर ने इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

दोबारा जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सरयू राय अपनी जगह पर खड़े होकर जवाब की मांग करने लगे। इस बीच हंगामे के बीच शून्यकाल चल रहा था।

हंगामा शांत होने के बाद फिर सरयू राय ने अपनी जगह पर खड़े होकर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) सदन में गलतबयानी कर रहे हैं। उनके खिलाफ अवमानना का मामला दिया है। फिर वह गलत जवाब लेकर आये हैं।

इसपर स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल तो खत्म हो गया है, अब कैसे इस प्रश्न को लाया जाये। सरयू राय जवाब नहीं मिलने से नाराज होकर सदन का बहिष्कार (Disfellowship) कर दिया।

Back to top button
Close

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker