Panchayat servant Sukhlal Mahato passed away: झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के सुप्रीमो और डुमरी विधायक जयराम महतो ने बलथरिया पंचायत के पंचायत सेवक सुखलाल महतो के RIMS में निधन पर गहरा दुख जताया है। सुखलाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए डुमरी प्रखंड कार्यालय परिसर में कीटनाशक खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद शनिवार देर रात उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने भ्रष्टाचार और प्रशासनिक उत्पीड़न के गंभीर मुद्दों को फिर से उजागर किया है।
हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग
जयराम महतो ने सुखलाल को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाला सपूत बताते हुए कहा, “भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाला एक और सपूत मृत्यु से जंग हार गया। इससे ज्यादा दुखद और शर्मनाक क्या हो सकता है। ईश्वर उनकी नेक और पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे।” उन्होंने सुखलाल की आवाज को दबाने वालों को कठोर सजा देने की मांग की।
महतो ने कहा, “सुखलाल की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी आवाज को दबाने का प्रयास करने वालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो। दोषियों पर कड़ी और दंडात्मक कार्रवाई की जाए। आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी हो और उन्हें सरकारी नौकरी से बर्खास्त किया जाए।”
मुआवजे की मांग
जयराम महतो ने राज्य सरकार से सुखलाल के परिजनों के लिए विशेष मांग की है। उन्होंने कहा कि सुखलाल के परिवार को सरकारी सेवक के रूप में मिलने वाली सभी सुविधाओं के अलावा 50 लाख रुपये का अतिरिक्त मुआवजा प्रदान किया जाए ताकि उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सके।
सुखलाल महतो की आत्महत्या और सुसाइड नोट
सुखलाल महतो ने शुक्रवार को डुमरी प्रखंड कार्यालय परिसर में कीटनाशक का सेवन किया था। गंभीर हालत में उन्हें रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार देर रात उनकी मृत्यु हो गई। आत्महत्या से पहले सुखलाल ने सोशल मीडिया पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने डुमरी की प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO), बलथरिया पंचायत की मुखिया के पति परमेश्वर नायक, पीएमएवाई के बीसी अजय कुमार और रोजगार सेवक अनिल कुमार पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उन्होंने BDO पर भरी सभा में अपमानजनक शब्दों जैसे ‘तुम-ताम’ का इस्तेमाल करने का भी इल्जाम लगाया।
सुखलाल ने अपने पत्र में विधायक जयराम महतो से अपने परिवार के भरण-पोषण का ध्यान रखने की अपील की थी, जिसके जवाब में जयराम ने न केवल उनकी मांग को उठाया बल्कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।