झारखंड

हाथी उड़ानेवाले लोग इलेक्टोरल बॉन्ड की मदद से लोकतंत्र की हत्या की रच रहे साजिश : कल्पना सोरेन

पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की पत्नी कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) रविवार को CM चंपाई सोरेन और JMM के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के साथ मुंबई पहुंचीं।

Kalpana Soren in Mumbai: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की पत्नी कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) रविवार को CM चंपाई सोरेन और JMM के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के साथ मुंबई पहुंचीं।

ये तीनों वरिष्ठ नेता मुंबई में कांग्रेस नेता और सांसद Rahul Gandhi की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन में शामिल हुए।

इधर, मुंबई रवाना होने से पहले कल्पना सोरेन ने X पर एक पोस्ट डाला। इसमें उन्होंने लिखा- हेमंत जी को जेल में रहते हुए 45 दिनों से ज्यादा हो गये हैं। वह सप्ताह में सिर्फ एक दिन कुछ समय के लिए ही मिल पाती हैं।

उन्होंने लिखा है- वह बाबा और मां के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहते हैं। वह राज्य की जानकारी तो लेते ही हैं, साथ ही वह बच्चों के बारे में भी पूछते हैं।

राज्यवासियों के लिए हेमंत जी का प्रेम और समर्पण मुझे ताकत देता है। इस अन्यायपूर्ण कैद में भी वह मुस्कुराते हैं और कहते हैं कि तुम मां हो, सब संभाल लोगी।

हेमंत जेल में बंद कैदियों की समस्या भी बताते हैं

कल्पना सोरेन ने अपने पोस्ट में लिखा है कि हर सप्ताह मिलने के दौरान हेमंत सोरेन उन्हें जेल में बंद गरीब और असहाय कैदियों की समस्याओं के बारे में बताते हैं। उन्हें कैसे न्याय दिलाया जाये, यह सोचते रहते हैं।

कुछ दिनों पहले ही हेमंत जी ने महिला सिपाहियों की सुविधाओं को लेकर सरकार तक अपना अनुरोध भी पहुंचाया है।

जेल में आदिवासी, अल्पसंख्यक, दलित और पिछड़ों की संख्या ज्यादा

कल्पना सोरेन ने अपने पोस्ट में लिखा है कि झारखंड समेत देशभर की जेलों में जितने कैदी बंद हैं, उनमें सबसे ज्यादा संख्या आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों की है।

ज्यादातर मामलों में वंचित समाज के लोग मामूली अपराधों में जेल में हैं। कई तो ऐसे हैं, जो सिर्फ जमानत की छोटी सी राशि भी नहीं भर सकने के कारण जेल में रहने को मजबूर हैं। उन्होंने लिखा, “मुझे याद है कि खुद CM रहते हुए हेमंत जी ने कुछ ऐसे कैदियों को रिहा करने का भी निर्देश दिया था।”

कल्पना सोरेन ने अपने पोस्ट में लिखा है, “आज हाथी उड़ानेवाले लोग सिर्फ पूंजीपतियों से मिले Electoral Bond और अन्य चंदों की सहायता से लोकतंत्र की हत्या करने की साजिश रचने में व्यस्त हैं। इन्हें दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग से कोई मतलब नहीं हैं।”

कल लौटेंगे रांची

बता दें कि मुख्यमंत्री Champai Soren, कल्पना सोरेन और सुप्रियो भट्टाचार्य सोमवार को रांची लौटेंगे। उसके बाद झारखंड में सीटों और Candidates की घोषणा की जायेगी।

Back to top button
Close

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker